स्मृति ईरानी ने शेयर की लेक्मे मॉडल की कहानी, कभी पिता ने निकाला था घर से
punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2019 - 05:59 PM (IST)
परिवार ही नही जब आसपास के लोग बेटियों का साथ देकर उन्हेें आगे बढ़ने में मदद करते है तो उन्हें आसमान की ऊचाईयों को छूने से कोई भी मुश्किल नही रोक सकती है। हाल ही में लेक्मे फैशन वीक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ऐसी ही एक मॉडल निशा यादव की वीडियो शेयर की। जिसे उसके पिता राधे श्याम ने पहले घर से निकाल दिया था लेकिन उसके बाद उन्होंने न केवल उसे अपनाया बल्कि उसका पूरा साथ भी दिया।
आज उसी पिता की एक नही बल्कि पांच बेटियां आसमान की ऊचाईयां छू रही है। लेक्मे फैशन वीक के दौरान अपनी वीडियो शेयर करते हुए स्मृति ने कहा कि इस शो में अक्सर फैशन के पीछे चमकते हुए चेहरे ही सभी देखते है लेकिन उन चेहरों के पीछे कई तरह की कहानियां होती है। जो न केवल सबका दिल जीत लेती है बल्कि एक प्रेरणा भी बनती है।
मॉडल नही वकील भी है निशा
निशा यादव जो की एक राजस्थानी मॉडल है लेकिन पेशे से वह एक वकील है। निशा के बारे में दुनिया को बताते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि इनकी हाइट 5 फुट 11 इंच है। राजस्थान यूनिवर्सिटी से लॉ के 3 साल की पढ़ाई कर रही है। इसके साथ ही वह दिल्ली में प्रेक्टिस करते हुए लेक्मे फैशन वीक की रैंप पर चल रही है। निशा की जिदंगी के बारे में बात शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि निशा रोज 6 किलोमीटर चल कर स्कूल जाती थी, ताकि वह पढ़ सकें। यह इस की मेहनत ही है जो आज यह मॉडलिंग की दुनिया में अपना नाम बना रही है।
जब पिता ने घर से निकाल दिया था
निशा ने अपने जीवन के एक्सपीरिंयस को शेयर करते हुए कहा कि जब उसने अपने पिता से छोटी उम्र में शादी करने से मना कर दिया था तो उसके पिता ने उसे घर से निकाल दिया था। तब उसकी बहनों ने उसे स्पोर्ट किया तो पिता ने उन्हें भी घर से निकाल दिया था क्योंकि उस समय पिता को वहीं सही लग रहा था जो समाज में चला आ रहा था।
अब पिता भी देते है साथ
इसके बाद निशा ने वीडियो में बताया कि इसके बाद उसके पिता ने उसे व उसकी बहनों को अपना कर उनका साथ दिया। उस समय गांव वाले कहते थे कि लड़कियों को इतनी छूट नहीं देनी चाहिए। पिता के साथ के कारण कारण आज उसकी एक बहन आईएएस ऑफिसर, एक पुलिस, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर व चौथी बहन प्रोफेसर है। इतना ही नही आज उन बहनों को इस मुकाम पर देख कर बाकी गांव वाले भी अपने बेटियों को स्वतंत्रता देने लग गए हैं।
वीडियो के अंत में स्मृति ईरानी ने भावुक होकर कहा कि 'इसका मतलब है बेटियों की शादी तब जब पढ़ाई पूरी हो, जब बालिक हों और जब उनकी इच्छा हो।'