पर्सनालिटी नहीं ज्योतिष के कारण स्मृति को मिला तुलसी का रोल, बताया एक दिन में कैसे बदली जिंदगी

punjabkesari.in Wednesday, Mar 13, 2024 - 04:27 PM (IST)

अमीर हो या गरीब किसी का भी जीवन आसान नहीं होता। हर किसी को अपनी- अपनी जिंदगी में दुख और तकलीफों का कभी ना कभी सामना करना ही पड़ता है। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को ही देख लीजिए भले ही आज वह एक बहुत बड़े मुकाम पर है पर एक वक्त ऐसा भी था जब वह झाड़- पोंछे का काम करती थी। बस एक ज्योतिष के चलते उनकी पूरी जिंदगी ही बदल गई।  हाल में उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है।


स्मृति इरानी फर्श से अर्श का सफर पार कर लाखों लोगों के लिए मासीहा बन चुकी है। बचपन ऐसी गरीबी में बीता कि मां-बाप के पास स्कूल के फीस देने लायक भी पैसे नहीं थे। अपना घर चलाने के लिए उन्होंने  मैकडॉनल्ड्स में झाड़ू-पोछे की नौकरी की थी, जिसमें उन्हें महीने का  1800 मिलता था। कर्ली टेल्स को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री ने अपने संघर्ष के दिनों का याद करते हुए बताया कि उन्हें टीवी सीरियल में काम कैसे मिला।

 
 इरानी कहती हैं कि-मुझे टीवी शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में  पर्सनालिटी की वजह से काम नहीं मिला। एकता कपूर ने तो उन्हें पहली बार देखने पर रिजेक्ट कर दिया था। पर उनके ऑफिस में बैठे  एक ज्योतिषी ने मुझे दूर से देखा और मुझे रोकने के लिए कहा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ज्योतिषी का नाम जनार्दन था उन्होंने एकता से कहा कि अगर वो मेरे साथ काम करेंगी तो मैं देश में बहुत फेमस हो जाऊंगी। ज्योतिषी की बात सुन एकता ने उन्हें टीवी में आने का मौका दिया।


स्मृति बताती हैं कि- एकता ने मुझे तुलसी विरानी के रोल में कास्ट करने का फैसला किया। यह देख मैं चौंक गई थी। जहां मैं बर्तन धोकर महीने का 1800 रुपए कमाती थी, अब मुझे हर दिन 1800 रुपए मिलने वाले थे। यह पल वाकई मेरे लिए बहुत खास था, मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने लॉटरी जीत ली हो। इसी सीरियल के बदौलत स्मृति को पहचान मिली और वह लाखों महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं।


एक्ट्रेस से पॉलिटिशयन बनीं स्मृति ईरानी ने इतना नाम कमाने के लिए भी कई संघर्ष करने पड़े। शूटिंग के दौरान उन्हें मिसकैरेज का भी सामना करना पड़ा। उन्होंने एक बार बताया था कि कैसे उन्हें शो के प्रोडक्शन से अगले दिन काम पर लौटने के लिए कहा था। हालांकि, जब  उन्हें मिसकैरेज के बारे में बताया तो  उनका कहना था। 'कोई नहीं, 2 बजे की शिफ्ट में आ जाइए'. उस समय स्मृति न सिर्फ 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में काम कर रही थीं बल्कि रवि चोपड़ा की 'रामायण' में सीता का किरदार भी निभा रही थी।

Content Writer

vasudha