स्मिता को एक डर सताता था इसलिए जींस के ऊपर ही पहनती थी साड़ी, एक गलती ने करवाई थी बेइज्जती!
punjabkesari.in Friday, Sep 30, 2022 - 04:52 PM (IST)
बॉलीवुड की नामी और बड़ी एक्ट्रेस की बात करें तो स्मिता पाटिल का नाम भी उन्हीं में शामिल है। अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस ने बहुत कम समय में इंडस्ट्री में पहचान बना ली लेकिन बदकिस्मती से वह छोटी उम्र में अलविदा कह गई लेकिन एक्ट्रेस की जिंदगी से जुड़े किस्से आज भी लोग याद करते हैं। चलिए आपको उनका पैंट के उपर ही साड़ी पहनने का किस्सा आपके साथ शेयर करते हैं।
स्मिता के पिता शिवाजी राव राजनैतिक में थे और मां विद्या ताई पाटिल एक समाज सेवक थी। बहुत कम लोग जानते हैं कि स्मिता एक्ट्रेस से पहले टेलीविजन में न्यूज रीडर थी। कहा जाता है स्मिता एक दबंग पर्सनैलिटी वाली महिला रही। वह उस समय में पैंट और शर्ट पहनकर न्यूज पड़ने जाती थी, वो अक्सर पैंट के ऊपर ही साड़ी पहन लेती थी। दरअसल, स्मिता खूबसूरत नैन-नक्श वाली थी लेकिन रंग से सांवली थी, उन्हें लोग काली-काली कहकर बुलाते थे। लेकिन स्मिता को कभी इन बातों से फर्क नहीं पड़ा।
कॉलेज के दिनों में ही उनका पूरा परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया। एक दूरदर्शन डायरेक्टर ने उनकी तस्वीरें देखीं और उन्हें मराठी न्यूज रीडर की नौकरी मिली थी लेकिन तब उन्हें काली कहे जाने का डर इस कदर सताता था कि पहले जींस पहनने के बाद ऊपर साड़ी पहनती थीं ताकि उनकी टांगें और पैर ना दिखें। बस वह जींस पर फटाफट साड़ी बांध लेती थीं। न्यूज बुलेटिन से ही उन्हें फिल्मों के ऑफर मिले। फिल्ममेकर श्याम बेनेगल ने उन्हें फिल्म 'चरणदास चोर' में कास्ट किया था। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग में अपना अभिनय दिखाया। इसके बाद उन्होंने अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीत लिया। 21 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म भूमिका से पहला नेशनल अवॉर्ड मिला।
अमिताभ के एक एक्सीडेंट को लेकर भी उनका एक किस्सा है। अमिताभ बेंगलुरु में 'कुली' फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। उन्हें देर रात होटल में स्मिता ने कॉल किया और कहा- क्या वो ठीक हैं। स्मिता ने आगे कहा, 'मैने सपने में देखा कि आपको चोट लगी है, आप ठीक तो हैं।' अमिताभ ने उन्हें आश्वस्त किया कि वो बिल्कुल ठीक हैं। अगले ही दिन अमिताभ बुरी तरह घायल हो गए। लेकिन स्मिता की जिंदगी में तूफान तब आया जब उन्हें एक शादीशुदा मर्द से प्यार हो गया था जिसने लगभग स्मिता के बुलंदी पर पहुंचे करियर को दाग लगा दिया। ये वो वक्त था जब स्मिता पाटिल को बुरा भला कहा गया था कि इसने तो राज बब्बर का घर तोड़ दिया। स्मिता पाटिल के घर वाले इस शादी से बिल्कुल खुश नही थे।
जहां स्मिता सिल्वर स्क्रीन पर छा गई थीं वहीं उनकी जिंदगी में ऐसा मोड़ आया जिसने उन्हें कुछ समय की खुशी तो दी लेकिन परिवार को उम्र भर का गम। राज बब्बर से शादी के बाद स्मिता पाटिल ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम प्रतीक रखा गया और प्रतीक को जन्म देने के बाद उनकी तबियत ठीक नही रही और 13 दिसंबर 1986 में स्मिता पाटिल इस दूनिया को छोड कर चली गई। इस तरह कइयों ने कहा कि उन्होंने किसी का घर तोड़ा था इसलिए उन्हें भी यह सजा मिली कहा जाता है कि स्मिता आखिरी समय में अकेली हो गई थी क्योंकि राज उन्हें कही साथ लेकर नहीं जाते थे। एक सितारा जो भरी जवानी में डूब गया।