रात भर होती रही चांदी की बारिश, सुबह बूंदें चुनने के लिए हुई लड़ाई

punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2019 - 03:58 PM (IST)

इस साल बारिश की वजह से देश को बहुत नुकसान हुआ है। मगर बिहार एक इलाका ऐसा भी है जहां बारिश की वजह से लोग बेहद खुश हुए है। भई हो भी क्यों न, जब बारिश चांदी की हुई हो। जी हां,लोगों का मानना है कि बिहार के सीतमढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड में मंगलवार रात भर चांदी की बारिश हुई थी। बुधवार, सुबह परिहार-सुरसंड स्टेट हाईवे -87 पर तीन किमी में चांदी की बूंदी बिखरी मिली थी। लोग इतनी चांदी देखकर उससे चुनने में जुट गए। लोगों में चांदी की बूंदें चुनने के लिए बहुत होड़ भी मच गई। अब ये चांदी की बारिश का असल मामला क्या है ?  यह किसी को भी नहीं मालूम है। लेकिन गांववालों का कहना कुछ अलग ही है। आइए आपको बताते है इस चांदी वाली बारिश का सच। 

 

दरअसल, नेपाल बॉर्डर पास में ही है। लोगों का मानना है कि कोई तस्कर किसी बोरी में चांदी ले जा रहा होगा और बोरी फट जाने के कारण चांदी रास्ते भर गिरती चली गई होगी। बता दे कि परिहार-सुरसंड स्टेट हाईवे -87 से लेकर जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल कॉलेज बराही सहसराम रोड ललिया चौक तक चांदी प्राप्त हुई है। इतनी चांदी देखकर लोग अपने घरों में उठा कर ले गए। सूत्रधारों के पूछने पर लोगो ने यह भी बताया कि सुरसंड में इन दिनों भारतीय-नेपाली करेंसी का लेनदेन का धंधा चल रहा है। सुरसंड में नेपाली करेंसी लेना शुरू हो गया है । कारोबारी उक्त करेंसी का बट्टा काटते है। बाद में इसी करेंसी से नेपाल से चांदी और सोना खरीद भारत के कुछ लोग बिहार व अन्य प्रदेश में इसका धंधा करते है। लोग चांदी व सोने की बोरियां किसी ट्रक या बड़ी गाड़ी में नहीं बल्कि बाइक या स्कूटी पर लेक्र आते- जाते है। इस बात का बच्चे-बच्चे तक को अंदाजा है। यह एक काला धंधा करने का मामला है। जोकि इस चांदी की बारिश से मीडिया तक पहुंच गया है। 

बता दे कि देर रात लोगों ने 100-200 ग्राम तक चांदी के बूंदे उठा कर ले गए। फिर अगली सुबह अपने घरवालों को भी चुनने के लिए बुला लिया। कुछ लोगों ने दो-दो किलो चांदी की बूंदी चुनी। पूरे इलाके में चर्चा है कि 50 किलो से अधिक चांदी चुनी गई। थानाध्यक्ष भोला कुमार ङ्क्षसह से बात करने पर पता चला कि इस पूरे वाकया की तहकीकात चल रही है। जल्द ही मामले की असली वजह सबके सामने होगी। 

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shipra rana