महिला के डिप्रेशन में जाने की निशानियां, वजह जानिए और करिए सही इलाज

punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2020 - 04:26 PM (IST)

डिप्रेशन आजकल एक कॉमन समस्या बन गई है। वर्ल्ड आर्गनाइज्ड के अनुसार, भारत में करीब 5 करोड़ से भी ज्यादा लोग डिप्रेशन से ग्रस्त है। यही नहीं, हर घंटे हर 10 में एक व्यक्ति डिप्रेशन के चलते सुसाइड कर लेता है।

 

इसी सिलसिले में डॉक्टर स्मिता वासुदेव से बातचीत की गई। तो चलिए जानते हैं डिप्रेशन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जो हर महिला को पता होनी चाहिए...

महिलाओं में डिप्रेशन के कारण

-बात अगर महिलाओं की करें तो वो पुरुषों के मुकाबले दोगुणा ज्यादा डिप्रेस है, जिसके बहुत से कारण है। पहला कारण तो बायोलॉजिकल है।

-वहीं हार्मोनल बदलाव के कारण भी महिलाएं डिप्रेशन की चपेट में आ जाती है, जिसमें मूड़ स्विंग, मन उदास होना जैसी संकेत दिखाई देते हैं।

-डिलवरी के बाद महिलाएं पोस्टपार्टम डिप्रेशन की चपेट में आ जाती है। इसके अलावा मेनोपॉज, काम का प्रेशर, परिवार की जिम्मेदारियों के चलते भी महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो सकती है।

-महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा सेंसटिव होती है इसलिए वो जल्दी बात को दिल से लगा लेती है। किसी इमोशनल घटना जैसे तलाक, पति की मौत या किसी ओर वजह से भी महिलाएं डिप्रेशन के चपेट में जल्दी आ जाती हैं।

डिप्रेशन के लक्षण

. 2 हफ्ते या उससे ज्यादा मन उदास रहना
. किसी से बात ना करना
. कॉन्फिडेंट में कमी
. काम करने का मन ना होना
. छोटी-छोटी बात रोना
. जल्दी थकान महसूस करना
. भूख में परिवर्तन या कमी
. घबराहट महसूस करना
. निर्णय ना ले पाना

बिना दवा करें डिप्रेशन का इलाज

बिना दवा के आप साइकोथेरेपी से इसका इलाज कर सकते हैं। इससे मरीज की सोच और बेहिवियर में बदलाव लाया जाता है क्योंकि डिप्रेशन में मरीज नेगेटिव बातें सोचने लगता है। इससे उनका मन शांत व पॉजिटिव होना शुरू होता है।

लाइफस्टाइल और डिप्रेशन का क्या है क्नैक्शन

आजकल लोगों में तनाव बहुत ज्यादा है। हर जगह काम का प्रेशर, बच्चों में पढ़ाई का प्रेशर तनाव का कारण बनता है। पहले लोग ज्वाइंट फैमिली में रहते थे लेकिन आजकल न्यूकर्लियल फैमिली ज्यादा है। इसकी वजह से लोग अपने दिल की बात किसी से शेयर नहीं कर पाते जिससे वो उदास व अकेलापन महसूस करते हैं।

डिप्रेशन से बचने के लिए क्या करें?

अगर आपको अकेलापन महसूस हो रहा है तो पहले खुद से पूछें कि इसका कारण क्या है। इसके अलावा रोज आधे घंटे के लिए कोई एक्सरसाइज, योग, डांस या स्विमिंग करें। योग और मेडिटेशन शरीर और दिमाग को फ्रेश व शांत करता है, जिससे डिप्रेशन कम होता है। इसके अलावा किसी से अपने मन की बात शेयर करें।

अगर आप भी डिप्रेशन से बची रहना चाहती हैं तो अपनी लाइफस्टाइल व डाइट में बदलाव करें।

Content Writer

Anjali Rajput