सनस्क्रीन लोशन के इस्तेमाल से होते हैं कई साइड इफैक्ट्स

punjabkesari.in Wednesday, Mar 29, 2017 - 01:42 PM (IST)

सनस्क्रीन लोशन : गर्मी के मौसम में धूप से बचने के लिए चेहरे पर सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल किया जाता है। सूरज की हानिकारक किरणें जब स्किन पर पड़ती है तो इससे त्वचा का कैंसर, सनबर्न और स्किन की कई समस्याएं हो जाती है। इसके लिए हमेशा धूप में निकलनें से पहले सनस्क्रीन क्रीम या लोशन लगाया जाता है लेकिन इस कैमिक्ल प्रॉड्क्ट से कई बार त्वचा को साइड इफैक्ट भी होते हैं। इनमें पाए जाने वाले टेट्रासाइक्लिन, सल्फा ड्रग्स और फेनोथियाजिन्स जैसे कैमिकल्स स्किन के लिए हानिकारक होते हैं। आइए जानिए सनस्क्रीन लोशन से होने वाले नुकासन के बारे में

 

 एलर्जी
सनस्क्रीन में कई हानिकारक कैमिकल्स मिले होते हैं जिससे त्वचा की एलर्जी जैसे स्वैलिंग, लालिमा, रैशेज और इंचिंग की समस्या हो जाती है। इसकी बजाए हाइपोलर्जेनिक लेबल का सनस्क्रीन खरीदें जिनमें कैमिकल नहीं होते। इसके अलावा जिंक ऑक्साइड वाले सनस्क्रीन के इस्तेमाल से भी एलर्जी से बचा जा सकता है।

 

 एक्ने
जिन लोगों की त्वचा दाग-धब्बों वाली होती है। उन्हें सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इससे मुंह पर मुहांसों की समस्या और बढ़ जाएगी। ऐसे लोगों को हमेशा नॉन-ऑयली लोशन का इस्तेमाल करना चाहिए। 

 

 आंखों की समस्या
कई बार चेहरे पर इस्तेमाल करते वक्त आंखों में भी इसकी थोड़ी मात्रा चली जाती है। जिस वजह से उनमें इरिटेशन और जलन होने लगती है। ज्यादा कैमिकल युक्त लोशन से तो आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी रहता है। इसलिए जब आंखों में सनस्क्रीन लोशन चला जाए तो तुरंत ठंडे पानी से मुंह धो लेना चाहिए।

 

 ब्रैस्ट कैंसर
बॉडी पर सनस्क्रीन लोशन लगाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। कुछ लोशन ऐसे होते हैं जो ब्रैस्ट सैल्स पर एस्ट्रोजेनिक प्रभाव डालते हैं जिससे ब्रैस्ट कैंसर हो सकता है। इसके अलावा छोटे बच्चों की बॉडी बहुत कोमल होती है इसलिए उनके शरीर पर कभी इस लोशन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

 

 अंगों में दर्द
कई लोगों के शरीर पर काफी बाल होते हैं। उनके शरीर पर इस लोशन के इस्तेमाल से बॉडी के बाल सख्त हो जाते हैं जिससे उनमें खिंचाव महसूस होता है और दर्द महसूस होने लगती है।

 

 

Content Writer

Anjali Rajput