आपका बच्चा भी है गेम्स का शौकीन तो उसे हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान

punjabkesari.in Tuesday, Jul 10, 2018 - 01:51 PM (IST)

लाइफस्टाइल बदलने के दौरान लोगों में इंटरनेट, आॅनलाइन गेम का क्रेज इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लोग अपना अधिकतर समय गैजेट पर ही बिताते हैं। खास कर बच्चे सारा दिन मोबाइल, गेम में अपनी आंखे घुसाए रखते हैं। अगर आपका बच्चा भी गेम्स का क्रेजी है तो आगे चल कर उसे जिंदगी में कई नुकसान हो सकते हैं। 

1. आंखों पर बुरा प्रभाव


दिन-रात फोन या लैपटॉप पर गेम्स खेलने से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। खास कर अंधेरे में गेम्स खेलने पर फोन या लैपटॉप की लाइट्स आंखों में पड़ती है जिससे आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है।

2. आसपास के लोगों से दूरी पड़ना
कुछ बच्चों को मोबाईल फोन का इतना ज्यादा क्रेज होता है कि वे अपने आसपास के लोगों से दूर रहने लगते हैं। चाहे वो किसी पार्टी में हो या फिर किसी समाजिक कार्यक्रम में, बस ऐसे बच्चे अपने फोन पर आंखे टिकाएं गेम्स खेलने में व्यस्त दिखते हैं। उन्हें अपने आसपास के माहौल का भी खास फर्क नहीं पड़ता।

3. नींद की समस्या


फोन पर गेम्स खेलने से बच्चों को नींद से जुड़ी समस्याएं होने लगती है। रात को सोते समय गेम खेलने से बच्चों को रात में नींद देरी से आती है और कभी वे रात को उठ कर भी गेम्स खेलने लगते हैं। इस तरह नींद पूरी न होने के कारण उनकी स्वस्थ पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।  

4. पढ़ाई में नहीं लगता मन
कुछ बच्चे गेम के लेवल को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं। इस दौरान उनका दिमाग पढ़ाई में भी पूरी तरह नहीं लग पाता। वे हर वक्त दिमाग में लेवल को पूरा करने के बारे में सोचते रहते है। इससे उनकी पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ता है। 

5. चिड़चिड़ापन होना
बच्चों के हाथों से जरा देर के लिए फोन ले लेने पर चिखने चिलाने लगते हैं और उनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। कई बार तो बच्चे खाना-पीना भी छोड़ देते हैं। इ

Content Writer

Meenu bala