Health Alert! जरा-सी दर्द में भी खाते हैं पेनकिलर तो पहले जान ले इसके साइड-इफैक्ट्स

punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2019 - 09:44 AM (IST)

सिरदर्द, कमर दर्द हो या पेट दर्द, एक पेनकिलर हर दर्द की दवा होती है। छोटी-मोटी हैल्थ प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए लोग पेनकिलर्स लेने की तरफ भागते हैं। भले ही मेडिकल स्टोर से पेनकिलर खरीदने के लिए आपको किसी डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन जरा-जरा से दर्द में पेनकिलर खाने की आदत आपके लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। यह दवाइयां लिवर, किडनी व अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाती है। जी हां, आपको छोटी-मोटी समस्याओं से राहत दिलाने वाली ये दवाइयां किसी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है।

 

हम आपको यहां ऐसे ही कुछ नुकसानों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप पेनकिलर खाना कम कर देंगे। चलिए आपको बताते हैं पेनकिलर्स से होने वाले नुकसान...

पेट दर्द की शिकायत

पीरियड्स दर्द से छुटकारा पाने के लिए अक्सर महिलाएं पेनकिलर का सहारा लेती हैं। कभी-कभार के लिए तो यह ठीक लेकिन हर महीने इसकी आदत कब्ज, लूज मोशंस, गैस्ट्रिक, सीने में जलन, खट्टी डकारें और उल्टी जैसी परेशानियों का कारण बन सकती है।

लिवर पर असर

ज्यादा पेनकिलर का सेवन लिवर पर बुरा असर डालती है। इससे लिवर के सेल्स टूटने लगते हैं और आपको भूख कम लगती है। साथ ही इससे इंफैक्शन व लिवर डैमेज होने की आशंका भी रहती है।

वजन बढ़ने की समस्या

पेनकिलर का जरूरत से ज्यादा सेवन आपके वजन को भी बढ़ा सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप किसी भी तरह की पेनकिलर लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

ब्लड प्रैशर

बार-बार दर्द निवारक दवाओं का सेवन करने से व्यक्ति को इनकी लत लग जाती है। इन दवाओं को लगातार खाने से खून पतला पड़ जाता है, जिससे खून जमने लगता है और ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा बना रहता है।

ब्लड डिस्क्रैसिया

यह खून पतला करने की बीमारी है। जरूरत से ज्यादा पेन किलर खाने से खून की रासायनिक संरचना में बदलाव आ जाता है। जिससे यह बीमारी हो सकती है। शरीर की अंदरूनी मजबूती के लिए दवाइयों का सेवन कम करें। 

किडनी पर भारी

दर्द की दवाइयों का लगातार सेवन करने से किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है। इससे किडनी सही तरीके से काम नहीं कर पाती। इससे आपकी सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है।

पेट में अल्सर

पेट में अल्सर की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। इसका कारण गलत खान-पान या पेन किलर दवाएं भी हो सकती हैं क्योंकि इन में एसपिरिन ज्यादा होता है। जो पेट संबंधित समस्याओं को बढ़ा देते है।

डिप्रैशन का कारण

इन दवाओं का लगातार सेवन करने से कई बार डिप्रैशन की समस्या भी होने लगती है इसलिए जितना हो सके दवाओं का कम सेवन करना चाहिए।

गर्भपात

प्रैग्नेंट महिलाओं को पेन किलर दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए। इस अवस्था में दवाओं का ज्यादा सेवन करने से कई बार गर्भपात भी हो सकता हैं। गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से ही दवाए लेनी चाहिए।

हार्ट अटैक का कारण

पेन किलर खून को दूषित करता है जिससे हार्ट अटैक, हार्ट-फैलियर जैसी समस्याए होने लगती है।

नींद न आना

रेगुलर या ज्यादा पेनकिलर्स लेने से नींद न आना, बैचेनी, घबराहट, सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानियां भी हो  सकती है।

भूलकर भी न करें पेनकिलर्स से जुड़ी ये गलतियां...

खाली पेट तो कभी नहीं

खाली पेट पेनकिलर लेने से शरीर में गैस या एसिडिटी हो जाती हैं। साथ ही इससे तबियत और ज्यादा खराब हो सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप पेनकिलर लेने से पहले कुछ हल्का-फुल्का खा लें।

पेनकिलर से जुड़ी गलतियां

थकावट के कारण कुछ लोगों को सिरदर्द या बदन दर्द की शिकायत रहती है। ऐसे में आप चेकअप करवाने की बजाए खुद ही डॉक्टर बन जाते है और पेनकिलर ले लेते हैं। सिर्फ पेनकिलर ही नहीं बल्कि विटामिन्स गोलियों का सेवन भी आपको डॉक्टर्स से पूछकर करना चाहिए। गलत तरीके और समय पर पेनकिलर का सेवन करने से आपको कई साइड इफेक्ट भी हो सकते है।

रुटीन का हिस्सा

कई बार लोग अपने दर्द से आराम पाने के लिए इन दवाइयों के इतने आदि हो जाते है कि वो इसे अपनी रूटीन का हिस्सा बना लेते हैं। मगर क्या आप जानते है लंबे समय तक किसी भी पेनकिलर का सेवन किडनी फेल, लीवर के खराब होने या मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता हैं।

 

अब तो आप जान ही गए होंगे कि हर दर्द से राहत दिलाने वाली पेनकिलर आपके लिए कितनी हानिकारक है इसलिए इसे सिर्फ जरूरत बनाए, आदत नहीं।

Content Writer

Anjali Rajput