विश्व पर्यावरण दिवस: स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है प्लास्टिक, जानिए कैसे?
punjabkesari.in Tuesday, Jun 05, 2018 - 04:44 PM (IST)
आज विश्वभर में पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का खास कारण पर्यावरण को साफ-सुथरा रखना और अपने आस-पास गंदगी नहीं फैलने देना। लेकिन जैसे-जैसे दुनिया की आबादी बढ़ती जा रही है, वैसे ही कचरा भी बढ़ता जा रहा है। कचरे की बात करें तो सबसे ज्यादा सेहत के लिए हानिकारक कचरा हैं प्लास्टिक। प्लास्टिक का कचरा यानि पानी की बोतले, पॉलीथीन जैसे डिस्पोजल आदि का सबसे बुरा असर इंसान और जीव पर पड़ रहा है। आज हम आपको बताएंगे कि प्लास्टिक के कचरे से क्या-क्या बुरे प्रभाव पड़ते हैं और किस तरह इससे निपटा जा सकता है?
1. बीमारियों का खतरा
प्लास्टिक में कवर चीजों के सेवन से मानव पर बहुत बुरा असर पड़ता है क्योंकि प्लास्टिक मुख्य रूप से पेट्रोकेमिकल्स से बने होते हैं। जब प्लास्टिक कण के पानी में मिलते हैं तो यह शरीर में विषैले पदार्थों को छोड़ते हैं जो कैंसर का कारण बनते हैं। चिकित्सक का मानना है कि प्लास्टिक के बर्तनों में रखी गर्म चीजों का बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बीमारियां होने का खतरा ज्यादा होता है।
2. भूमि प्रदूषण
प्लास्टिक के लिफाफे जमीन पर पड़े रहने से सड़ने लगते हैं जो हानिकारक रसायन छोड़ते हैं और ये जमीन में मिलने लगते हैं। ये रसायन पौधों और सूक्ष्म जीवों के साथ जमीन की उत्पादकता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह हमारे स्वास्थ पर भी बुरा प्रभाव डालते हैं।
3. वायु प्रदूषण
कुछ लोग प्लास्टिक के कचरे को खत्म करने के लिए इसे खुले में आग लगा देते हैं, जिससे जहरीले रसायन हवा मिलते हैं जो मनुष्यों और जानवरों को प्रभावित करती है। जब यह जहरीली हवाएं श्वसन प्रक्रिया द्वारा शरीर में जाती है तो सांस संबधित बीमारियां जैसे अस्थमा का कारण बनती है। प्लास्टिक का धुआं अस्थमा के मरीजों के लिए जानलेवा बी हो सकता हैं।
4. जानवरों के लिए खतरनाक
जब कोई सब्जियों या फलों के छिलके प्लास्टिक के लिफाफे में डाल कर कचरे में फेंक देता है तो कचरे के ढेर में मवेशी इसे खाते हुए दिखाई देते हैं। कई बार वे छिलकों के साथ लिफाफे भी खा जाते हैं जो पचाने योग्य नहीं होते। इससे उनके पेट में जहर बनता है। ऐसे मवेशियों का दूध पीना सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है।
इस तरह करें प्लास्टिक कचरे को खत्म
प्लास्टिक कचरे को खत्म करने के लिए इस पर बैन लगने की बजाय इसे इस्तेमाल न करने का प्रण लें। प्लास्टिक के कचरे को पानी या सड़क पर फेंकने की बजाय इसे वहां रखें जहां इसे रिसाइकिल किया जा सके। इसके अलावा कागज के थैलों का इस्तेमाल करें।