शिल्पा ये 10 आसन करना नहीं भूलती, जानिए कैसे रखती हैं खुद को फिट

punjabkesari.in Monday, Jun 08, 2020 - 03:21 PM (IST)

शिल्पा शेट्टी बॉलीवुड की उन एक्ट्रेस में एक हैं, जो अपनी फिटनेस के लिए जानी जाती है। मगर, फिट रहने के लिए वो कोई खास डाइट प्लान फॉलो नहीं करती बल्कि योगा के जरिए खुद को फिट व स्वस्थ रखती हैं। यही नहीं, वह अपने फैंस के लिए इंस्टाग्राम पर योगासन की वीडियोज शेयर करती रहती हैं। हालांकि, शिल्पा का मानना है कि फिट रहने के लिए 30 प्रतिशत योग और 70 प्रतिशत डाइट का योगदान होता है इसलिए खुद को फिट रखने के लिए योग के साथ अच्छी डाइट भी लें।

चलिए आज हम आपको उनके कुछ योगासन दिखाते हैं जिनकी मदद आप फिट रह सकते हैं।

सूर्य नमस्कार (Suryanamaskar)

सूर्य नमस्कार खाली पेट प्रात: काल करना सबसे अच्छा है। सूर्य नमस्कार का अर्थ है सूरज को अर्पन या नमस्कार करना। सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं, जिसमें 6 विधि के बाद फिर उन्हीं 6 विधि को उल्टे क्रम में दोहराया जाता है। इस आसन को सुबह सूर्य की किरणों के सामने स्वच्छ व खुली हवादार जगह पर करें।

फायदेः यह आसन नर्वस सिस्टम को ठीक रखने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। साथ ही आप तनावमुक्त भी रहते हैं।

नटराजासन- (Natrajasana)

नटराजासन के लिए योगा मैट पर ताड़ासन की मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब सांस को अंदर लेते हुए अपने बाएं पैर को पीछे की ओर घुटनों से मोड़ें और बाएं हाथ से उसके अंगूठे को पकड़ें। फिर जितना हो सकें बाएं पैर को उतना ऊपर की ओर उठाए। इस दौरान आपके शरीर का वजन दाएं पैर पर होगा। अब अपने शरीर के ऊपर के हिस्से को आगे की ओर झुकाएं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि निचली पीठ संकुचित न हो। इसके बाद अपने दाएं हाथ को आगें की ओर सीधा करें। अब इसी तरह दूसरी तरफ से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं। इस मुद्रा को लगभग 15 से 30 सेकंड तक कर रखें और उसके बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।

फायदेः इससे मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ेगा, जिससे वजन घटाने में मदद मिलेगी। साथ ही यह आसन शरीर में कैल्शियम जमने नहीं देता, जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं।

एरियल योग (Aerial yoga)

एरियल योग को एंटी ग्रैविटी योग भी कहते हैं। एरियल योग करने के लिए शरीर को सिल्क के फैब्रिक से बांध दिया जाता है। इसमें आप एक निर्धारित ऊंचाई में बंधे होते हैं। यह जमीन पर किए जाने वाले योग से थोड़ा अलग है। इसे करते समय पॉश्चर पर खास ध्यान दिया जाता है।

फायदेः इससे कमर से राहत मिलती हैं। शरीर को पोजिटिव एनर्जी मिलती हैं।

प्राणायाम (Pranayama)

इस आसन को करने के लिए पहले सुखासन में सीधा बैठ जाएं। फिर आंखें बंद करें और ध्यान सांस पर केंद्रित करें। इसके बाद लंबी सांस ले और मन में ही 10 तक की गिनती करने के बाद सांस छोड़ दें। ऐसा 5-10 मिनट तक दोहराए फिर नार्मल हो जाएं।

फायदेः इससे सांस संबधी रोग ठीक होंगे और कई बीमारियां दूर हो जाएंगी। मन शांत रहेगा और फेफड़ों को साफ हवा मिलेगी।

कैट कैमल पोज (Cat Camel Pose Yoga)

इसके लिए सबसे पहले अपने हाथों व घुटनों के बल बैठ जाएं। इस दौरान कलाइयां कंधों के नीचे व घुटने हिप्स के नीचे होने चाहिए। फिर सांस अंदर लेते हुए कमर को ऊपर, सीने को आगे और नाभि को फर्श पर आने दें। अब सांस छोड़ते हुए रीढ़ को बाहर घुमाएं और टेलबोन को सिकोड़ें। इसके बाद सिर को फर्श और ठोढ़ी को चेस्‍ट की तरफ लाएं। सांस के साथ अपनी गति का तालमेल बिठाएं और ऐसा कम से कम 5 से 10 बार करें।

फायदेः रोजाना यह आसान करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है, जिससे आप जोड़ों के दर्द से भी बचे रहते हैं। इसके अलावा यह कलाई और कंधे को मजबूत करता है। साथ ही इससे तनाव भी दूर होता है।

कपालभाति (Kapalabhati)

खुद को फिट रखने के लिए शिल्‍पा रोजाना कपालभाति करती हैं। कपालभाति से शिल्‍पा शेट्टी के चेहरे पर इतना ग्‍लो आता है। इसके अलावा कपालभाति प्रणायाम से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है और बॉडी का मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है।

पद्मासन (Padmasana)

पद्मासन या कमल आसन बैठ कर की जाने वाला योग है जिसमे घुटने विपरीत दिशा में रहते हैं। इस मुद्रा को करने से मन शांत होता हैं। और यह आपकी डाइजेशन को मजबूत बनाता है।

चक्रासन (Chakrasana)

इसके लिए पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और एड़ियों को हिप्स से स्पर्श हुए पैरों को 10-12 इंच की दूरी पर रखें। अब बाजू उठाएं और कोहनियों को मोड़ लें। अपनी हथेलियों को कंधों के ऊपर सिर के नजदीक जमीन पर रख लें। फिर सांस ले और धीरे-धीरे धड़ को उठाते हुए अपनी पीठ को मोड़ लें। अब अपनी गर्दन को हल्का छोड़ते हुए बाजूओं और पैरों को सीधा तान लें। अब तक संभव हो तब तक इसी मुद्रा में रहे। इसके बाद धीरे-धीरे शरीर को नीचे करते हुए पहली वाली स्थिति में आ जाए।

फायदेः बैली फैट घटाने और वजन को कंट्रोल में रखने के लिए यह योगासन बहुत फायदेमंद है।

गरुड़ासन (Garudasana)

गरुड़ासन करते हुए आपको बैठने या लैटने की जरूरत नहीं होती। इसे करने के लिए आप सावधान स्थिति में खड़े हो जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को सीने के सामने लाकर पैरों की तरह लपेटते हुए नमस्कार की मुद्रा में आएं। इस क्रिया को एक तरफ से करने के बाद दूसरी तरफ से भी किजिए। इस क्रिया को दोनों पैरों से 5-5 बार करें।

फायदेः इससे आपके शरीर में दिनभर स्फूर्ति बनी रहेगी और आपको वर्क के दौरान नींद भी नहीं आएगी। गरुड़ासन करने से आपके शरीर में दिनभर स्फूर्ति बनी रहेगी और आपका कम काम में लगेगा और शरीर चुस्त रहेगा।

शीर्षासन (Sirsasana)

इस आसन को करने के लिए योग मैट पर बैठकर अपनी उंगुलियों को इन्टर्लाक करें और अपने सिर को उस पर रखें। धीरे धीरे अपने पैरों को इन्टर्लाक अंगुलियों का मदद लेते हुए ऊपर उठाएं और इसे सीधा करने की कोशिश करें। शरीर का पूरा भार अब आप इन्टर्लाक किए हुए अंगुलियों और सिर पर लें। इस अवस्था में कुछ देर तक रुकें और फिर धीरे-धीरे घुटनों को मुड़ते हुए पैरों को नीचे लेकर आए और सामान्य स्थिति में आ जाएं। आप इस पोजीशन में 2-3 मिनट तक रुके।

फायदेः यह आसन आपको बांझपन, अनिद्रा और साइनस की प्रॉब्लम से दूर रखता है। इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।

Content Writer

Anjali Rajput