भाई ने हरनाज की झोली में डाली थी अपनी पगड़ी और बहन ने रखी उसकी लाज
punjabkesari.in Friday, Dec 17, 2021 - 05:11 PM (IST)
इन दिनों एक ही नाम सुर्खियों और लोगों के जहन में छाया हुआ है और वो नाम है हरनाज कौर संधु का। 21 साल बाद हरनाज ने भारत का 21 साल लंबा इंतजार खत्म कर दिया। हरनाज, मिस यूनिवर्स बनने वाली भारत की तीसरी महिला बन गई हैं। उनसे पहले यह खिताब, साल 1994 में सुष्मिता सेन और साल 2000 में लारा दत्ता ने जीता था और जब लारा ने यह ताज पहना था उस समय हरनाज सिर्फ 50 दिनों की थी।
इजराइल के इलियट में हो रही ये 70वीं मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता जीतने वाली हरनाज के परिवार व गांव में खुशी का माहौल है। गुरदासपुर का गांव कोहाली हरनाज का जद्दी गांव है हालांकि वह अपनी फैमिली के साथ चंडीगढ़-मोहाली के खरड़ में रहती हैं जबकि बाकी परिवार गांव में ही रहता है।
भाई ने हरनाज की झोली में डाली थी अपनी पगड़ी और बहन ने रखी उसकी लाज
परिवार में इस समय खुशियों को माहौल है और घर में बधाइयां देने वालों का आना जाना लगा है। हरनाज की ताया-ताई ने भी अपनी खुशी जाहिर कि और एक नामी चैनल व वेबसाइट से किस्सा शेयर करते कहा कि उनके परिवार में हरनाज भाइयों की इकलौती बहन है और आज उसने पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया। भाई की शादी में भाई ने अपनी पगड़ी उतार कर हरनाज की झोली में ही डाली थी उस समय उन्होंने कहा था कि हरनाज तुम्हे अब इस पगड़ी की शान उंची रखनी है और आज हरनाज ने वो करके भी दिखाया। आज उसी बेटी ने पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया है। वहीं भाइयों ने भी खुशी जाहिर की। हरनाज ने जो भी किया अपने दम पर किया हालांकि उनकी मां डॉक्टर हैं लेकिन उन्होंने बेटी पर कभी डॉक्टर बनने या कोई और प्रोफेशन चुनने का दबाव नहीं डाला उन्होंने जो भी किया अपने दम पर, अपनी समझ से किया। खाने की बात करते हुए उन्होंने बताया कि हरनाज दूध पीने की शौकीन है जब भी वह गांव आती हैं तो गांव का शुद्ध देसी दूध जरूर पीती हैं। बता दें कि उनके गांव की आबादी करीब 1400 है। इतने छोटे से गांव से निकलकर पूरी दुनिया पर छा जाना अपने आप में एक खास बात और अहसास है जो आज हरनाज महसूस कर रही हैं।
बता दें कि हरनाज के सिर, यह ताज उनके आखिरी जवाब ने सजाया है। फाइनल राउंड में तीनों कंटेस्टेंट से पूछा गया था कि प्रतियोगिता देखने वाली सभी महिलाओं को वो क्या सलाह देना चाहेंगी। हरनाज कौर ने इस सवाल का ऐसा जवाब दिया कि जज उनका जवाब सुनकर खुश हुए और स्टेडियम तालियों की आवाज से गूंज उठा। टॉप-3 में उनके साथ मिस साउथ अफ्रीका और मिस पराग्वे भी शामिल थीं। मिस पराग्वे फर्स्ट रनर अप रहीं और मिस साउथ अफ्रीका सेकेंड रनर अप रहीं।
चलिए आपको बताते हैं कि हरनाज कौर संधू ने फाइनल राउंड में जवाब में क्या कहा?
तीनों फाइनलिस्ट से फाइल राउंड में सवाल किया गया था कि वह अपनी साथी प्रतियोगी महिलाओं को क्या सलाह देना चाहेंगी?
इसका जवाब देते हुए हरनाज कौर संधू ने कहा, 'आज का युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रहा है, वह है खुद पर विश्वास करना। यह जानना कि आप अनोखे हैं, आपको और भी अधिक सुंदर बनाता है। अपनी तुलना दूसरों से ना करें और दुनिया भर में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें, खुद पर यकीन करें कि आप सबसे खास हैं। अपने आप से बाहर निकलो और अपने लिए बोलो, क्योंकि तुम अपने जीवन के मालिक हो..., अपनी आवाज तुम खुद बनो। मुझे खुद पर विश्वास था और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं...।'
जैसे ही उन्होंने ये जवाब दिया, पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। यह जवाब, हर महिला हर शख्स के लिए है कि खुद पर विश्वास रखों तुम सबसे खास हो।
बता दें कि सिख परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरनाज फिटनेस व योगा लवर हैं। अपनी जीत का श्रेय भी उन्होंने योगा और मेडिटेशन को ही दिया हैपब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हरनाज संधू के मिस यूनिवर्स बनने में भी इन दोनों का बड़ा रोल रहा क्योंकि मेंटल हेल्थ के बारे सजग रहकर ही वह इस मुकाम तक पहुंच पाईं। इससे पहले भी वह कई खिताब हासिल कर चुकी हैं।
2017 में हरनाज ने मिस चंडीगढ़ का खिताब जीता था।
2018 में हरनाज ने मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया का भी खिताब जीता।
इन दो प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद हरनाज ने मिस इंडिया 2019 में हिस्सा लिया। जहां वे टॉप- 12 तक जगह बनाने में कामयाब हुईं।
फिल्मों व एक्टिंग का शौक रखने वाली हरनाज कौर के पास पहले ही दो दो पंजाबी ''यारा दिया पो बारन'' और ''बाई जी कुट्टंगे''फिल्में थीं जो साल 2022 में रिलीज होने वाली है। हरनाज बहुत सारे चैरिटी इवेंट्स, हैल्थ प्रोग्राम व एनजीओ का दौरा करती रहती हैं। हरनाज ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनकर देश का नाम रोशन किया। ऐसा तभी मुमकिन हो पाया क्योंकि उन्हें खुद पर पूरा भरोसा था और इसी भरोसे के दमपर उन्होंने एक नया इतिहास रच दिया।