''इस रिलेशन को खत्म करके मैंने गलती की'' जब दिव्यांका को याद कर छलका था शरद मल्होत्रा का दर्द
punjabkesari.in Wednesday, Mar 10, 2021 - 12:32 PM (IST)
प्यार करना कभी गलत नहीं होता है। हां इस बात से तो हम इंकार नहीं कर सकते हैं कि प्यार चाहे हमें न मिले लेकिन इसका अर्थ यह तो नहीं कि प्यार का एहसास या प्यार ही बुरा है। कईं बार कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो लोग कमिटमेंट से घबराते हैं। लेकिन ऐसे लोगों को बाद में इस बात का एहसास होता है कि उन्होंने क्या खो दिया है हालांकि तब तक दोनों अपनी अपनी लाइफ में इतने आगे बढ़ गए होते हैं कि चाहकर भी हम उस स्थिती को नहीं बदल पाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ था टीवी इंडस्ट्री की फेमस जोड़ी दिव्यांका त्रिपाठी और शरद मल्होत्रा के साथ। दोनों ने एक दूसरे को लंबे समय तक डेट किया लेकिन दोनों के प्यार को शादी की मंजिल नसीब नहीं हुई। हालांकि अब दोनों अपनी अपनी लाइफ में आगे बढ़ चुके हैं लेकिन कहते हैं न कि एक न एक दिन हमें अपनी गलती का एहसास होता ही है और शरद मल्होत्रा को भी इसी गलती का एहसास हुआ था।
क्या थी दोनों की रिश्ता टूटन की वजह?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिव्यांका और शरद एक दूसरे से प्यार तो करते ही थे लेकिन बात शादी तक भी पहुंची थी। हालांकि जब दिव्यांका ने शरद से शादी को लेकर बात की तो शरद ने इस रिश्ते को खत्म करने के लिए कहा। दिव्यांका को इस रिश्ते से मिले गम और दुख से भी सभी जानकार हैं।
शरद को हुआ था गलती का एहसास
रिश्ते जोड़ने तो बहुत आसान होते हैं लेकिन उस रिश्ते के खत्म होने के बाद अकेले उस चीज को हैंडल करना काफी मुश्किल होता है। आजकल ब्रेकअप होते ही पार्टनर एक दूसरे को समझने की बजाए एक दूसरे पर प्रेशर बनाते हैं लेकिन यह बात हमेशा याद रखें कि आप किसी पर प्रेशर डालकर उससे वो प्यार नहीं ले सकते हैं। इसी स्टेज से शरद भी गुजरे जब दिव्यांका आगे बढ़ी और उन्होंने शादी करवा ली तब एक्टर को इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने कितनी बड़ी गलती की है। खबरों की मानें तो इस पर बात करते हुए शरद ने एक वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा था ,' मेरा और दिव्यांका का रिलेशन बेहद खूबसूरत था। हमारे रिश्ते में सब सही चल रहा था लेकिन जब शादी की बात आई तो मैं इससे पीछे हटने लगा। मैं उस समय काफी इमैच्योर था। हां, मैंने गलती की थी। मैं भी एक इंसान हूं और मुझसे भी गलतियां हो सकती हैं। मुझे अहसास है कि इस रिलेशन को खत्म करके मैंने गलती की है लेकिन फिलहाल अब मुझे किसी चीज का मलाल नहीं है। हम दोनों ही उस रिश्ते से उबर चुके हैं और वह अपनी शादीशुदा जिंदगी में बहुत खुश हैं।'
जिम्मेदारी से भागना हल नहीं
अब ऐसा दिव्यांका या फिर शरद के साथ ही नहीं हुआ है बल्कि ऐसा बहुत से लोगों के साथ होता है। कईं बार कुछ लोगों में नए रिश्ते को शुरू करने को लेकर एक डर होत है कि न जाने वह इस जिम्मेदारी को संभाल पाएंगे या फिर नहीं। आज के समय में ज्यादा तर रिश्ते टूटने का कारण है कि लोग नए रिश्तों की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं चाहे इसके लिए उन्हें यह रिश्ता ही क्यों न खत्म करना पड़े लेकिन रिश्तों से दूर भागना किसी भी चीज का हल नहीं है। इसी एक गलती के कारण न जाने कितनी ही प्रेम कहानियां अधूरी रह जाती हैं।
लाइफ में जरूरी है सीरियस होना
रिलेशनशिप में आना या फिर किसी के साथ प्यार करना कोई खेल नहीं है कि आप कुछ समय का खेल खेलो और फिर इससे दूर भागो। इस बात को हमेशा याद रखें कि रिलेशनशिप में दोनों का सीरियस होना काफी जरूरी होता है। पहले आप खुद से पूछिए कि क्या आप अपने पार्टनर के साथ सच में शादी करने के लिए तैयार हैं अगर आप पूरी तरह तैयार हैं तभी इस रिश्ते को आगे बढ़ाए।
रिश्ते से भागने की बजाए एक दूसरे को दें समय
अगर आप नया रिश्ता शुरू करने से डर रहे या फिर अगर आपके मन में इसे लेकर कईं तरह के सवाल हैं तो इससे दूर भागने की बजाए या फिर इसे जल्दबाजी में खत्म करने की बजाए आप एक दूसरे को समझें और देखें कि क्या आप सच में शादी को लेकर तैयार हैं। भूलिए मत कि आपके द्वारा की गई एक लापरवाही ही भारी पड़ सकती है।
रिश्तों को न समझें दबाव
रिश्तों को दबान न समझें। इसे पाने या खोने का व्यापार न बनाएं बल्कि इसे एहसास बनाएं और इसे जीएं। दबाव को पीछे छोड़ दें खुद को आजाद रखें और अपनी रिश्तो को खुशी खुशी जीएं।
आपको क्या लगता है कि जिंदगी में ऐसे फैसले लेने के बाद क्या पछतावा होता है या नहीं?