Teacher's day:टीचिंग सिस्टम बदलने के लिए शिक्षक बनी यह एक्ट्रेस, जीत चुकी है मिस इंड़िया का खिताब

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 12:40 PM (IST)

5 सितंबर का दिन पूरी दुनिया में शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी अपने शिक्षकों का धन्यावाद कर उनके इस दिन को खास बनाते है। इस मौके पर हम आपको एक ऐसी शिक्षक के बारे में बताएगें जो एक टीचर होने के साथ एक अभिनेत्री भी हैं। स्वरुप रावल जिन्हें आपने की एंड का में करीना कपूर की मां का रोल अदा करते हुए देखा, इतना ही नही यह अभिनेता परवेश रावल की पत्नी हैं। 

60 साल की उम्र में स्वरुप रावल अपना अधिकतर समय बच्चों के साथ व्यतीत करना पसंद करती है, वह उनके साथ रह कर उन्हेें पढ़ाने के नए- नए तरीके खोजती है। जिससे की वह बच्चों को आसानी से बिना बोर हुए पढ़ा सकें। एक अभिनेत्री से शिक्षक बनने के लिए उन्हें उनके बच्चों ने प्रेरित किया था। एक बार बच्चों को पढ़ाई के कारण काफी स्ट्रैस में देखा तो उन्होंने टीचिंग के नए तरीके खोज कर न केवल अपने बच्चों को पढ़ाई बल्कि आज बाकी बच्चों को भी पढ़ा रही हैं।
की एंड का में करीना की मां का रोल करने वाली स्वरुप रावल काफी समय बाद फिल्मों में दिखाई दी थी, इतना ही नही वह काफी गैप के बाद फिल्मों में दिखाई देती है इसका कारण वह उनका टीचिंग करियर। फिल्मों में किरयर बनाने वाली एक्ट्रेस स्वरुप रावल आजकल देश की टीचर्स को बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग दे रही हैं।

मिस इंडिया से शिक्षक तक का सफर 

रुप रावल ने कभी नही सोचा था कि वह जिदंगी में टीचर बनेगी। उनके पिता एक थिएटर आर्टिस्ट व मां सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट थी। पिता की तरह थिएटर करते हुए वह 1979 में मिस इंडिया बनी। वहीं उनका मॉडलिंग व एक्टिंग का करियर शुरु हुआ। उसके बाद उन्हें ये जो है जिदंगी सीरियल से पहचान मिली थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उन्हें यकीन नही हो रहा है कि वह मिस इंडिया बन चुकी हैं क्योंकि काफी सालों तक गांव में एक झोपड़ी में रही। इतना ही नहीं जब स्वरूप फिल्मों में काम करती थीं तो शीशा तक नहीं देखती थीं। वो कभी ये डिस्कस नहीं करती थीं कि वो फिल्म में क्या पहनने वाली हैं और कैसा लुक होगा।  इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया। काफी समय तक टीवी में काम करने के बाद उन्होंने जब देखा की जिस तरह से बच्चों को स्कूल टीचिंग करवाई जा रही उससे वह स्ट्रेस में रहते है तो उन्होंने टीचिंग करने का मन बना लिया।

37 साल में दोबारा शुरु की पढ़ाई 

अपने एक्टिंग करियर के दौरान ही एक दूसरे को डेट करने के बाद 1987 में अभिनेता परेश रावल के साथ उनकी शादी हो गई। बच्चे होने के बाद 37 साल की उम्र में उन्होंने दोबारा अपनी पढ़ाई पूरी करने की कोशिश की। उसके बाद 2010 में उन्होंने अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की। इतना ही नही इसके बाद इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। जिसका विषय बच्चों में ड्रामा के माध्यम से लाइफ स्किल्स बढ़ाना। अपनी पढ़ाई के बाद जब उन्होंने एक दिन देखा कि उनके बेटे अनिरुद्ध व आदित्य पढ़ाई के कारण काफी स्ट्रेस में रहते है तो उन्होंने उनका सिलेबस देखा। उन्होंने पाया कि सिलेबस या एजुकेशन बोर्ड में गलती नही है पढ़ाने के तरीके में हैं। उसके बाद उनके मन में टीचिंग के सिस्टम को चेंज करने का विचार आया। 

बच्चों के साथ बिताती है अधिक समय

स्वरुप रावल अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद बच्चों को पढ़ाई करवा रही हैं। कभी वह महाराष्ट्र के किसी गांव से आने वाले जनजातीय समुदाय के तो कभी सूरत मुंबई के इलीट स्कूल के बच्चों को लाइफ स्किल एजुकेशन तकनीक के तहत पढ़ाती हैं। इस समय वह सूरत व मुंबई के विभिन्न स्कूल के बच्चों को पढ़ाती हैं। इसके साथ ही वह स्कूल की टीचर्स को भी ट्रेनिंग देती हैं। 

शिक्षा के लिए विभिन्न तकनीक करती है इस्तेमाल 

स्वरुप जब विभिन्न स्कूल व गरीब बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाती है तो वह पांरपरिक शिक्षा प्रणाली को छोड़ कर नाटक, गीत, संगीत, चित्रकला, समूह डिस्कशन का प्रयोग करती हैं। इतना ही नही वह सेटेलाइट के माध्यम से गुजरात के 2.5 लाख प्राइमरी स्कूल टीचर्स को किस तरह से पढ़ाया जाए इस बारे में ट्रेनिंग दे चुकी हैं। इस समय वह 5.5 लाख सरकारी शिक्षकों को ट्रेनिंग दे रही हैं। अपने इसी पढ़ाने के तरीके को लेकर उन्हें विश्वस प्रसिद्ध Varkey Foundation के Global Teacher Prize देकर सम्मानित किया गया।


 

Content Writer

khushboo aggarwal