Second Covid-19 Lockdown: तालाबंदी को फिर मजबूर हुआ यूरोप, वायरस ने मचाई फिर हाहाकार
punjabkesari.in Monday, Nov 02, 2020 - 05:35 PM (IST)
कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। इस वायरस के चलते यूरोप की स्थिति एक बार फिर खतरनाक रूप लेकर सामने आ रही है। वहीं भारत में भी इसके आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यूरोप के सबसे अहम देश फ्रांस ने शुक्रवार से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी है क्योंकि कोरोना का दूसरा दौर पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक रुप लेकर सामने आ रहा है।
ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ के अनुसार, अचानक तेजी से आए संक्रमण के मामलों को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएनल मैक्रोन (Emmanuel Macron) ने सभी गैर- जरूरी दुकानों को बंद करने का आदेश जारी किया है, जिसमें बार और रेस्टोरेंट्स भी शामिल हैं। लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। केवल उन्हीं लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति होगी जिनके पास काम करने के वैध दस्तावेज होंगे।
राष्ट्रपति मैक्रोन ने कहा, देश संक्रमण की ऐसी "दूसरी लहर से प्रभावित होने के खतरे का सामना कर रहा है जो पहली लहर के मुकाबले निश्चित रूप से और ज्यादा कठोर होगी। हमारे सभी पड़ोसी देशों की तरह हम भी अचानक से एक बार फिर इस वायरस की चपेट में आ गए हैं।" उन्होंने कहा कि संपूर्ण तालाबंदी कम से कम नवंबर के अंत तक लागू रहेगी।
फ्रांस में 1 दिन में कोरोना के 1 लाख केस
फ्रांस में पिछले 24 घंटों में आधिकारिक रूप से 52 हजार नए मामले दर्ज किए गए हैं लेकिन महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि असल संख्या एक लाख से भी अधिक हो सकती है।
ब्रिटेन के लोगों की एंट्री बैन
फ्रांस में ब्रिटेन से भी लोगों की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। केवल उन्हीं लोगों को फ्रांस आने की अनुमति होगी जिनके पास सरकार की ओर से यात्रा को जरूरी बताने वाले दस्तावेज होंगे।
जर्मनी और ब्रिटेन में भी दोबारा लॉकडाउन
फ्रांस केअलावा जर्मनी और यूके में भी फिर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया है। चांसलर अंगेला मैर्केल और राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मिल कर इसका ऐलान किया।
मैर्केल ने कहा, देश की स्वास्थ प्रणाली अभी तो संक्रमण के मामलों का भार उठाने में सक्षम है लेकिन अगर वायरस ऐसे ही फैलता रहा तो कुछ ही हफ्तों में स्वास्थ्य प्रणाली उसके सामने कमजोर पड़ जाएगी। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला फोन डेर लेयेन ने भी कहा कि यूरोप में स्थिति बहुत गंभीर है और यूरोपीय संघ को अपनी प्रतिक्रिया का स्तर और बढ़ाना पड़ेगा। इसी को देखते हुए जर्मन में नए कदम 2 नवंबर से लागू होंगे। रेस्तरां और बार बंद रहेंगे, खाना पैक करवा कर ले जाने की अनुमति होगी, थिएटर और सिनेमा भी बंद रहेंगे, स्वीमिंग पूल और जिम भी बंद रहेंगे, बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। हालांकि फ्रांस-जर्मनी में ब्रिटेन की तुलना में प्रति दिन कोरोना से होने वाली मौत की संख्या कम है।
ब्रिटने के हालात फिर गंभीर
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में कोरोना प्रतिबंधों को और कड़ा करने का आदेश दिया है क्योंकि यूके में भी हालात फिर गंभीर हो गए हैं। बुधवार को 24,701 नए मामले सामने आए और 310 लोगों की मृत्यु हो गई। इसके अलावा स्पेन और इटली में भी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
फ्लाइट में कोरोना फैलने का खतरा कितना?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, कोरोना संक्रमण का फ्लाइट में होने का खतरा कम है लेकिन शून्य नहीं। संगठन के मुताबिक फ्लाइट में प्रसार मुमकिन है लेकिन खतरा बेहद कम है क्योंकि यात्रियों की संख्या सीमित होती है।