सत्य साईं बाबा के अनमोल वचन, जो बदल देंगें आपकी जिंदगी का नजरिया

punjabkesari.in Monday, Nov 22, 2021 - 11:57 AM (IST)

सत्य साईं बाबा को हर धर्म के लोग बेहद आदर व सत्कार देते थे। बाबा जी ने अपने अनमोल वचनों से लोगों को जिंदगी जीने का एक नया रास्ता दिखाया। गुरु जी के अनुसार, जीवन में हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वे अपनी आजीविका के लिए सभी जरूरी चीजों तक सही तरीके से पहुंचें। बाबा जी के विचार हर किसी के लिए प्रेरणादायक रहे हैं। वहीं हर साल 23 नवंबर को सत्य साईं बाबा जी की जन्म दिवस मनाया जाता हैं। इस शुभ अवसर के मौके पर आज हम आपको बाबा के कुछ अनमोल वचन बताते हैं। ताकि हर कोई उनके विचारों से सीख ले सकें।

ईश्वर पर विश्वास बनाएं रखें

सब कुछ करने वाले ईश्वर ही हैं। इसलिए उनपर हमेशा विश्वास रखना चाहिए। इसके साथ ही हर किसी को सच्चे मन से अपना कर्म करते रहने चाहिए।

सभी के साथ प्यार से रहो

हमें जीवन में लड़ाई-झगड़े को भुलाकर हर किसी के साथ प्यार से रहना चाहिए। इसके साथ ही किसी को मदद की जरूरत पड़ने पर कभी भी पीछे हटने का सोचना नहीं चाहिए। इसकी जगह हर किसी के मुश्किल समय पर उनका साथ देना चाहिए।

हमेशा लेना ही नहीं बल्कि देना भी सीखें

व्यक्ति को हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए। गुरु जी अनुसार, व्यक्ति को किसी से कुछ पाने के लालच में देना नहीं सीखना चाहिए। हमेशा निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद करनी चाहिए।

दिन भर खुश रहो

गुरु जी अनुसार, सच्ची भक्ति पाने के लिए दिनभर भगवान का जाप करते रहना चाहिए। इसके साथ ही दिन की शुरुआत ही प्रेम, प्यार और खुशहाली के साथ करनी चाहिए।

ये तीन बातें हमेशा रखें याद

जीवन में 3 बातें हमेशा याद रखनी चाहिए।
पहली- इस संसार पर कभी विश्वास न करें।
दूसरा- हमेशा उस परम पिता परमात्मा को याद रखें।
तीसरा- मौत एक दिन सभी को मिलेगी। ऐसे में इससे डरने की गलती ना करें।

मुझ पर विश्वास रखों

बाबा जी का अपने भक्तों को हमेशा कहते थे कि, मुझ पर अपना विश्वास बनाएं रखें। तुम अगर मेरी ओर 1 कदम बढ़ाओगे तो मैं तुम्हारी रक्षा करने के लिए 100 और कदम आगे बढ़ूंगा।

प्रभु भक्ति सबसे ऊपर

सत्य साईं बाबा जी का कहना था कि, हमारे कर्म हमारे विचारों से ही पैदा होते हैं। इसलिए हमेशा अच्छी बातों व विचारों को सोचों। इसके साथ ही अच्छे काम करें।

अंहकार छोड़ प्रेम को अपनाएं

गुरु जी का कहना था कि, हमें कभी भी किसी चीज पर अंहकार नहीं करना चाहिए। असल में, अंहकार में किसी चीज को लेने और भूलने में जीत हासिल होती है। इसके विपरीत प्यार में जीत देने और माफ करने में हासिल होती है। इसलिए हमेशा प्रेम में जीत हासिल करनी चाहिए।

प्रेम और धैर्य से अपने सभी कर्तव्य निभाएं

बाबा जी का कहना था कि, हमें सभी काम, कर्तव्य प्रेम और धैर्य से निभाने चाहिए। बिना प्रेम से किया काम निंदा के बराबर माना जाता है।

हमेशा समय के आगे चलो

हमें अपने सभी कामों को पूरी निष्ठा और कर्तव्य से करना चाहिए। हमेशा हर काम को समय से पहले और आराम से करना चाहिए। इसके साथ ही सुरक्षित व सही तरीके से करना चाहिए।

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neetu