संजय राउत बोले- हरामखोर मतलब नॉटी, यूजर्स बोले- फिर तुम तो बहुत ज्यादा नॉटी हो

punjabkesari.in Thursday, Sep 10, 2020 - 11:55 AM (IST)

कंगना रनौत और संजय राउत के बीच जुबानी जंग अभी खत्म नहीं हुई है। वह एक दूसरे को लगातार निशाने पर ले रहे हैं। वहीं संजय राउत के अभद्र भाषा के प्रयोग करने के कारण जहां फैंस उनको खरी खोटी सुना रहे हैं वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड सेलेब्स ने भी कंगना को सपोर्ट किया है। वहीं हाल ही में संजय राउत ने हरामखोर शब्द के इस्तेमाल पर अपनी राय रखी है।

दरअसल हाल ही में संजय राउत ने एक चैनल के साथ बातचीत में इस पर अपनी सफाई दी है। जब उनसे इंटरव्यू के दौरान यह पूछा गया कि आखिर हरामखोर का अर्थ क्या है तो उन्होंने कहा ,' इस बात को बेमतलब ही खींचा जा रहा है।

मुंबई पुलिस की वजह से हम सुरक्षित हैं 

संजय ने आगे कहा ,' आज मुंबई पुलिस के कारण ही सब सुरक्षित हैं। एक ऐसा जमाना भी था जब अंडरवर्ल्ड से धमकियां आती थी लेकिन मुंबई पुलिस ने ही सब साफ किया है। अगर आप के पास ड्रग को लेकर कोई जानकारी है भी तो आप जाकर पुलिस को बताओ।'  संजय राउत ने आगे तंज कसते हुए कहा ,' आपके तो बीजेपी के साथ भी अच्छे संबंध हैं तो आप जाकर दिल्ली शिकायत करें। '

मुंबई पुलिस पर अविश्वास दिखाना गलत

संजय राउत ने आगे सफाई देते हुए कहा ,' मैनें कंगना को कहा कि वह मुंबई न आएं इसका कारण था कि उन्होंने कहा कि उन्हें मुंबई पुलिस से डर है और ऐसा कहना ठीक नहीं है। वह कोई भी हो चाहे कंगना... चाहे कोई और हो लेकिन आप ऐसे मुंबई के प्रति अविश्वास नहीं दिखा सकते हैं।

मैं सिर्फ मुंबई की बात नहीं कर रहा 

इसके आगे संजय राउत ने कहा ,' मैं यहां सिर्फ मुंबई की बात नहीं कर रहा हूं। मैं यहां कलकत्ता, अहमदाबाद, सूरत, वो चाहे बैंगलोर हो। मैं पूरे पुलिस के मोरल की बात कर रहा हूं।

मेरे कहने का वो मतलब नहीं था 

इसके आगे अपनी सफाई में संजय राउत ने कहा ,' मेरा हरामखोर कहने से वो मतलब नहीं था। हमारे महाराष्ट्र में 'तू हरामखोर है' का मतलब है कि नॉटी है, बेईमान है। कंगना एक नॉटी गर्ल है। मैनें देखा है उसे कईं दफा मजाक करते हुए और अगर कोई भी लड़की मुंबई में रह कर देश के साथ ऐसा करती है तो मैं कहता हूं कि वो बेईमान है।

यूजर्स ने लगाई अच्छी क्लास

अब भई संजय राउत ने तो अपनी सफाई दे दी लेकिन इसके बाद यूर्जस ने उनकी जमकर क्लास लगाई और उन्हें अच्छे से ट्रोल किया। 

 

Content Writer

Janvi Bithal