साहेब मेरे हाथ में हाथ डालकर साथ चल रहे हैं... शौहर की याद में छलके सायरा बानो के आंसू
punjabkesari.in Sunday, Dec 12, 2021 - 05:02 PM (IST)
अभिनेत्री सायरा बानो ने महान अभिनेता दिलीप कुमार को याद करते हुए कहा कि उनके दिवंगत पति उनके लिए सदैव जीवित रहेंगे। कुमार यदि जीवित होते, तो वह अपना 99वां जन्मदिन मना रहे होते। लंबी बीमारी के बाद सात जुलाई को उनका निधन हो गया था। बानो ने कहा कि कुमार के शारीरिक रूप से साथ नहीं होने के कारण एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है, लेकिन उन्हें अब भी लगता है कि उनके पति हर कदम पर उनके साथ हैं।
सायरा बानो ने कहा कि मैं जुहू गार्डन (जुहू कब्रिस्तान) जाना चाहती हूं, जहां वह (दफन) हैं। ‘मुगल-ए-आजम’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’ और ‘राम और श्याम’ जैसी बेहतरीन फिल्मों में अभिनय का जादू बिखेरने वाले कुमार के इससे पहले के जन्मदिनों को याद करते हुए बानो ने कहा कि उनके जन्मदिन पर भारत और दुनिया भर से उनके प्रशंसक उन्हें शुभकामनाएं भेजते थे और घर फूलों एवं रंगीन गुलदस्तों से भर जाता था। उन्हे लोगों का बहुत प्यार मिला। कुमार जीवंत व्यक्ति थे और खाने के बहुत शौकीन थे, उन्हें साधारण कपड़े पहनना और खेलना पसंद था।
बानो ने कहा कि कुमार के निधन के बाद एक बड़ा खालीपन सा आ गया है। उन्होंने बताया कि वह कई महीनों से कुमार की ओर से गरीबों को भोजन भेज रही हैं। अकसर कहा जाता है कि समय हर घाव भर देता है, लेकिन बानो ने कहा कि उनके ‘‘साहेब’’ के बिना उनका जीवन अकल्पनीय बन गया है। बानो कुमार को प्यार से साहेब कहा करती थीं। उन्होंने कहा कि मैं खुद को स्वस्थ रखने की कोशिश कर रही हूं। आप कल्पना कर सकते हैं कि यह कितना मुश्किल काम है। यह बड़ा झटका है। मुझे वास्तव में नहीं पता कि मुझे इससे उबरने में कितना समय लगेगा या मैं इससे उबर भी पाऊंगी या नहीं।
बानो ने 1966 में दिलीप कुमार के साथ विवाह होने से पहले उनके साथ ‘सगीना’, ‘बैरंग’ और ‘गोपी’ जैसी कुछ फिल्मों में काम किया था। उन्होंने कहा कि कुमार के साथ बिताए पांच दशक की यादें उनका सहारा हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह मेरे हाथ में हाथ डालकर साथ चल रहे हैं। मैं यही सोचती हूं कि वह यहीं हैं और मैं इसी तरह जीना चाहती हूं। उनके बिना चलना मेरे लिए अकल्पनीय है। हमने जीवन साथ बिताया है। हम 55-56 साल साथ रहे हैं।
बानो ने कहा कि हर विवाह में कुछ उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन हमने बेहतरीन समय साथ बिताया। उन्होंने मेरा जीवन में मेरा बहुत सहयोग किया। यह मेरा सौभाग्य है कि मैंने उनके साथ जीवन बिताया। वह हमेशा मेरी यादों में रहेंगे। वह मेरे लिए सदैव जीवित रहेंगे।’’