शनि गोचर: आज करें सरसों के तेल का ये गुप्त उपाय, साढ़ेसाती और ढैय्या से शनि नहीं करेंगे परेशान
punjabkesari.in Saturday, Mar 29, 2025 - 11:06 AM (IST)

नारी डेस्क: आज शनि ग्रह गोचर कर रहे हैं, शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे और अगले ढाई साल तक इसी राशि में रहेंगे। माना जाता है कि शनि कर्मफल दाता हैं और लोगों को कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि अमावस्या के दिन साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से मुक्ति पाने के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं। इस साल शनि अमावस्या का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह शनिवार के दिन पड़ने के कारण "शनि प्रदोष" का संयोग बना रही है, जिससे इसका फल और अधिक प्रभावी हो जाता है।
साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के विशेष उपाय
जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, जिनकी कुंडली में शनि नीच का या पीड़ित हो। जो व्यक्ति कर्ज, धन हानि, कोर्ट-कचहरी या शत्रु बाधा से परेशान हैं। जिनके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं या बार-बार बाधाएं आती हैं। जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष, पितृ दोष या शनि दोष हो। वह शनि अमावस्या के दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय शनि मंत्र "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जाप करें। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और साढ़ेसाती व ढैय्या का प्रभाव कम होता है।
शनि अमावस्या पर करें दान
शनि अमावस्या के दिन काले तिल, उड़द दाल, सरसों का तेल, लोहे का सामान और कंबल दान करें। दान करते समय मन ही मन शनि देव से कष्टों से मुक्ति और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। शनि अमावस्या पर काले घोड़े की नाल या नाव की कील को घर के मुख्य द्वार पर अर्धचंद्र आकार में लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और शनि दोष का प्रभाव कम होता है। शनि अमावस्या पर पीपल और शमी के वृक्ष की पूजा करें। पीपल के पेड़ पर सरसों का तेल चढ़ाकर 7 बार परिक्रमा करें। शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर शनि देव से प्रार्थना करें। इससे शनि का अशुभ प्रभाव कम होता है।
शनिदेव के मंत्र का जाप करें
शनि अमावस्या के दिन"ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। इससे शनि की कृपा प्राप्त होती है और साढ़ेसाती का कष्ट कम होता है। शनि अमावस्या पर **गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें। इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
शनि अमावस्या पर किन चीजों को करने से बचना चाहिए
- शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ को काटना, तोड़ना या क्षति पहुंचाना अशुभ माना जाता है। इससे शनि देव की कृपा नहीं मिलती, बल्कि दोष बढ़ता है।
- इस दिन झूठ बोलना, छल-कपट करना या किसी को धोखा देना अशुभ फल देता है। इससे शनि देव नाराज होते हैं और शनि दोष बढ़ जाता है।
- इस दिन मांस-मदिरा का सेवन वर्जित होता है, ऐसा करने से शनि देव की कृपा नहीं मिलती और पाप बढ़ता है।