जब ''जेनेलिया का पति'' बुलाए जाने पर बुरी तरह गुस्सा हो गए थे रितेश देशमुख

punjabkesari.in Thursday, Oct 22, 2020 - 06:10 PM (IST)

बॉलीवुड की बहुत सी ऐसी जोड़ियां हैं जिन्हें फैंस अपना आइडल मानते हैं उनमें एक नाम रितेश देशमुख और जेनेलिया का भी है। दोनों की आपसी बॉन्डिंग और केयरिंग नेचर दूसरे कपल्स से उनको अलग करती हैं। हालांकि कईं बार छोटी छोटी बातें खूबसूरत रिश्ते के खत्म होने की वजह बन जाते हैं। 

एक ऐसा ही किस्सा हुआ था रितेश और जेनेलिया के साथ। दरअसल रितेश ने इस बात का खुलासा एक शो में किया है। 

'जेनेलिया का पति' कहे जाने से नाराज हुए रितेश 

इस बात से तो कोई इंकार नहीं करेगा कि मर्दों में मेल इगो बहुत ज्यादा होता है। समाज एक तरफ जहां इस बात के नारे लगाता है कि लड़की और लड़का बराबर है वहीं दूसरी ओर अगर किसी पति को उसकी पत्नी के नाम से बुलाओ तो पति की मेल इगो पर चोट पहुंचती है। ऐसा ही कुछ हुआ था रितेश के साथ। दरअसल एक बार बेंगलुरु में सिलेब्रिटी क्रिकेट मैच में किसी ने रितेश की ओर देखते हुए सवाल किया और कहा 'आप जेनेलिया के पति हैं?'

आग बबूला हो गए रितेश 

अपनी पत्नी के नाम से पहचाने जाने पर रितेश की मेल इगो भी हर्ट हो गई। फिर इस जवाब में रितेश ने कहा  बेंगलुरु में वह 'जेनेलिया के पति' हैं लेकिन महाराष्ट्र में पत्नी उनके नाम से जानी जाती हैं। इसी पर उन लोगों ने पलटवार करते हुए रितेश को  उन सभी राज्यों के नाम गिना दिए जहां जेनेलिया की पॉप्युलैरिटी के आगे रितेश कुछ भी नहीं हैं। हालांकि इस किस्से को सुन सभी हंसे लेकिन रितेश ने तो इसे एक मजाक के जरिए से सुनाया लेकिन अगर एक बार समाज को देखा जाए तो आज भी बहुत से लोगों की सोच यही है। 

रिश्तों में दरार बनती यह चीज 

इस एक आदत से रिश्तों में दरार बढ़ती जाती है। अगर पत्नी अपना घर छोड़कर आप की फेमिली के सरनेम का इस्तेमाल कर अपनी सारी जिंदगी बिता सकती है तो पति की इगो क्यों पत्नियों के नाम से हर्ट हो जाती है। ऐसी छोटी छोटी बातें ही रिश्तों में दरार का कारण बनती हैं। 

पुरूष प्रधान समाज की सोच बदलने की जरूरत 

इस बात से कोई मुंह नहीं फेर सकता कि आज भी कहीं न कहीं हम पुरूष प्रधान समाज में रहते हैं जहां लोगों की सोच हैं कि महिलाएं जो भी करेंगी वह अपने पति से, अपने परिवार वालों की मर्जी से करेंगी। लेकिन समाज को अपनी इस सोच को बदलने की जरूरत है। 

Content Writer

Janvi Bithal