अगर आप भी है गर्म चाय-कॉफी पीने के शौकीन तो पहले जान लें इसके नुकसान

punjabkesari.in Sunday, Jul 07, 2019 - 10:56 AM (IST)

बारिश के इस मौसम हल्की हल्की बूंदो का मजा लेते हुए हर कोई गर्म चाय व कॉफी पीना पसंद करता है। अगर आप अधिक गर्म कॉफी या चाय पीने के शौकीन है तो थोड़ा संभल जाए, क्योंकि इससे आपको दिक्कतों का सामना भी कर पड़ सकता हैं। 


इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर की ओर से किए गए अध्ययन में पाया गया है कि अधिक गर्म कॉफी व चाय पीने से एसोफैगल कैंसर यानि खाने की नली का कैंसर हो सकता है। अधिक गर्म चाय व कॉफी पीने से न केवल कैंसर बल्कि शरीर को ओर भी कई तरह की समस्याओं का सामना कर पड़ सकता हैं। इस चाय व कॉफ को नॉर्मल मात्रा में लेते हुए ठंडा करके पीना चाहिए। 

क्या है एसोफैगल कैंसर? 

गले में कैंसर या एसोफैगल कैंसर तब होता है जब भजन नली में असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं। अन्नप्रणाली को खाने की नली भी कहा जाता है, जब यह ट्यूब मुंह से खाने को पेट में पहुंचाती हैं। इसका पता तब लगता है जब अधिकतर लोग 60 के करीब पहुंच जाते है। यह कैंसर भारत में होने वाला छठा व दुनिया में होने वाला आठवां सबसे ज्यादा कैंसर है। भारत में हर साल 10 लाख के करीब इसके केस सामने आते हैं। 

पेट की समस्या 

इसके कारण लोगों को कई तरह की पेट की बीमारियों का भी सामना कर पड़ सकता हैं। जिसमें पेट का दर्द, कब्ज, अपच, मतली या उल्टी, रक्त के साथ गहरे रंग का मल। इससे अल्सर की समस्या का भी सामना कर पड़ सकता हैं। 

खून की कमी 

अधिक गर्म चाय या कॉफी पीना  खून के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे  शरीर में एनीमिया की कमी हो सकती है। इससे लगातार वजन कम होने की समस्या, खाना निगलने में कठिनाई, हार्ट बर्न, खांसी या गले का बैठना जैसी समस्या हो सकती हैं। 

मेटाबालिज्म को करता है कम 

चाय  शरीर में मेटबालिज्म को कम कर भूख को कम कर देता है। यह भोजन नली को खराब कर देता है जिससे की कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इससे शरीर के अंदर नली में घाव व छाले भी हो सकते हैं। 

गुप्तांगों की समस्या 

यह शरीर में गुप्तागों की समस्या उत्पन्न कर देता है। जिससे हमारे शरीर के गुप्तांग कमजोर हो जाते है। यह हमारे शरीर में सेक्स करने की क्षमता को भी कम कर देता है। 

दातों की समस्या 

अधिक गर्म व अधिक मात्रा में चाय व कॉफी पीने से हमारे दातों के लिए भी समस्या हो सकती हैं। इससे दातों में पीलेपन की समस्या का सामना कर पड़ सकता हैं। 


 

Content Writer

khushboo aggarwal