मन की शांतिः गायत्री मंत्र का कब और कैसे करें उच्चारण

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 07:02 PM (IST)

हिंदू धर्म के अनुसार गायत्री मंत्र को बीज मंत्र कहा जाता है। असल में विद्वानों के अनुसार अन्य सभी मंत्रों का उत्पादन गायत्री मंत्र से ही हुआ है। एक मात्र गायत्री मंत्र का जाप करने से आप अपने मन की शांति प्राप्त कर सकते हैं। मानसिक शांति के साथ-साथ गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कैसे और कब करना चाहिए गायत्री मंत्र का जाप...

 

ऊँ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

 

गायत्री मंत्र का जाप करने का शुभ समय सुबह सूर्य उदय से पहले का होता है। सूर्य उदय से कुछ देर पहले उठकर स्नान करें। स्वच्छ वस्त्र पहनकर घर के किसी शांत कोने या फिर मंदिर में बैठ जाएं। मंत्र उच्चारण करने का दूसरा शुभ समय दोपहर के वक्त और तीसरा शुभ समय शाम के वक्त सूर्य अस्त होने से पहले का है। सूर्य अस्त होने से कुछ देर पहले शांत स्थान पर बैठ जाएं और सूर्य अस्त होने तक गायत्री मंत्र का जाप करें। जाप हमेशा मन में या फिर बहुत धीमी आवाज में करें, खुद को सुनाएं दूसरों को नहीं। घर के बच्चों को सिखाने के लिए दिन का कोई और वक्त चुन लें। फिर उन्हें भी अपने साथ बैठकर जाप  करने की शिक्षा दें। 

गायत्री मंत्र का जाप करने के फायदे

 

क्रोध होता है शांत

आज मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी समस्या है क्रोध। क्रोधित व्यक्ति जीवन में आने वाली बहुत सी खुशियों को अपने गुस्से के कारण ग्वा बैठता है। गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शांति मिलती है। उसे जीवन की असल सच्चाई की समझ आती है। फिर अगर उसे मनचाहा कुछ नहीं भी मिल पाता तो वह निराश नहीं होता बल्कि उसे पाने के लिए और कठोर परिश्रम करता है।

बच्चों के लिए लाभदायक

पढ़ने लिखने और जीवन में कुछ बनने के लिए तेज दिमाग की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जब आप बच्चों को गायत्री मंत्र से जोड़ते हैं तो उनका मन शांत होता है, जिस वजह से उनका दिमाग और तेज चलता है। खासतौर पर जिन बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर होती है, उनके लिए गायत्री मंत्र का जाप बहुत फलदायी साबित होता है।

समस्याओं से मुक्ति

कई बार व्यक्ति अपने कठोर परिश्रम के बावजूद भी अपनी समस्याओं से पीछा नहीं छुड़ा पाता। ऐसे में ज्योतिष विद्दा के अनुसार अपने जीवन की समस्त परेशानियों से पीछा छुड़ाने के लिए आपको गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।

शत्रुओं से छुटकारा

अगर आपके जीवन में दोस्तों से ज्यादा आपके दुश्मन हैं तो साल में एक बार घर में हवन जरूर करवाएं, हवन करते वक्त गायत्री मंत्र का जाप करें, साथ ही नारियल और देसी घी हवन कुंड में जरूर अर्पित करें। ऐसा करने से आपके जीवन में नेगेटिव लोगों का असर बिल्कुल कम हो जाएगा।

इन सभी के अलावा जिन दंपती के जीवन में अभी तक संतान सुख नहीं है उन्हें भी हर रोज गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अलावा घर से नकारात्मकता दूर करने के लिए और घरवालों के अच्छे स्वास्थय के लिए भी गायत्री मंत्र का जाप आवश्यक है। 
 

Content Writer

Harpreet