बैडरुम से जुड़ा है आपका स्वास्थ्य, कलह-कलेश की भी बन सकते हैं वजह!

punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2019 - 01:43 PM (IST)

बेडरुम घर का वो हिस्सा है जहां प्रवेश करते ही व्यक्ति की दिन-भर की थकान चुटकियों में दूर हो जाती है। मगर कई बार आपने महसूस किया होगा बेडरुम में प्रवेश करते ही राहत महसूस होने की बजाय आप और चिंताओं से घिर जाते हैं। ऐसा तब होता है जब आपका बेडरुम वास्तु के अनुसार सेट नहीं होता। जी हां, चैन भी नींद पाने के लिए घर के बेडरुम का सही दिशा में होना बहुत लाजमी है। तो चलिए आज जानते हैं वास्तु के मुताबिक बेडरुम की सही और गलत दिशाओं के बारे में विस्तार से...

सही दिशा

वास्तु के अनुसार घर का बेडरुम हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में बेडरुम बनाने से घर के मालिक का स्वास्थय हमेशा अच्छा बना रहता है। घर की सुख-स्मृद्धि में भी बढ़ावा होता है।

गलत-दिशा

घर का बेडरुम कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से घर में सदा लड़ाई-झगड़े का माहौल बना रहता है। साथ ही घरवालों को स्वास्थय संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

बच्चों का बेडरुम

अगर आप बच्चों के रहने के लिए अलग से बेडरुम बनवा रहे हैं तो उसे घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवाएं। ऐसा करने से बच्चों का स्वास्थय और पढ़ाई के दौरान उनकी शिक्षा में एकाग्रता बढ़ेगी।

ये तो बात हुई घर बनवाते वक्त बेडरुम की सही और गलत दिशाएं। अब बात करेंगे बेडरुम में आपका बेड भला किस दिशा में होना चाहिए...

बेड की दिशा

वास्तु के अनुसार आपका बेड पूर्व या फिर कमरे की दक्षिण दिशा में होना चाहिए। बेड हमेशा लकड़ी का ही बनवाएं, ऐसा करने से सोते वक्त आपको बुरे सपने नहीं सताएंगे। किसी भी नकारात्मक धातु से बने बेड का इस्तेमाल न करें। लकड़ी में बांस का बना बेड आपके लिए बहुत शुभ साबित होगा।

शीशा

अगर बेडरुम में ड्रेसिंग टेबल रखा है तो उसका मुंह आपकी तरफ बिल्कुल नहीं होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि सोते वक्त यदि आपकी परछाई शीशे में पड़ती है तो इसे बहुत ही अशुभ माना जाता है। साथ ही सुबह बिना मुंह धोए अपना चेहरा शीशे में देखना भी काफी अशुभ माना जाता है।

उपकरणों से बनाएं दूरी

शांति भंग करने वाली कोई भी चीज बेडरुम में रखने से बचें। जैसे की टी.वी, रेडियो इत्यादि। टी.वी. हमेशा घर के ड्राइंग रुम में ही रखें। वास्तु त्राताओं के अनुसार तो कमरे में लैपटॉप और मोबाइल भी नहीं ले जाने चाहिए। मगर आज ये सब चीजें जहां सब की जरुरत बन चुके हैं तो ऐसे में इनसे दूरी बनाए रखना थोड़ा मुश्किल काम है। ऐसे में कोशिश करें कुछ वक्त इस्तेमाल के बाद इन्हें खुद से दूर रखकर ही सोएं। ऐसा करना जहां वास्तु के मुताबिक उचित होगा वहीं आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद सिद्ध होगा।

बेडरुम का रंग

जीवन में खुशियां पाने के लिए वास्तु और फेंगशुई के अनुसार बेडरुम के सही रंग का चुनाव बेहद जरुरी है। इन दोनों के मुताबिक आपके मूड और स्वास्थय दोनों को अच्छा बनाए रखने के लिए बेडरुम में बेबी पिंक और क्रीम कलर बेस्ट रहता है। बेडरुम में डार्क रंग करवाने से हमेशा परहेज करें। साथ ही जितना हो सके कमरे को हमेशा साफ-सुथरा और खुशबूदार बनाए रखें।

इस्तेमाल न होने वाली चीजें

कई बार हम ड्रेसिंग टेबल के ड्रायर में खराब हुई घड़ियां, बिजली की तारें, पुरानी फोटोस और बच्चों की हल्की-फुल्की चीजें रख बैठते हैं, मगर ऐसा करने से आप कमरे में नेगेटिव एनर्जी को बढ़ावा दे रहे हैं, कोशिश करें न इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं को घर के स्टोर में रखें।

खुशबू

यदि घर में बच्चों या फिर आपके पति का मूड खराब रहता है तो अपने कमरे को हमेशा खुशबूदार बनाए रखने की कोशिश करें। चमेली और लैवेंडर के फूलों की खुशबू आपके मूड को बहुत जल्द बदलने का काम करती है। बेडरुम के दक्षिण-पश्चिम कोने में इन दोनों में से कोई भी फूल वास में सजाकर रखें। ऐसा करने से खराब मूड के चलते जीवन में होने वाले छोटे-छोटे झगड़े समाप्त हो जाएंगे।

कुछ छोटी-छोटी बातें...

-बेड हमेशा गोल या फिर सामने से स्कवेयर शेप का ही रखे। अंडाकार शेप का बेड कमरे में वास्तु दोष का कराण बनता है। 
-अगर बेडरुम में खिड़की है तो सिर के तरफ वाली खिड़की को कभी भी खोलकर मत सोएं। 
-वास्तु के अनुसार कमरे में पूर्वजों की तस्वीर टांगना अशुभ माना जाता है। इसे आप घर के ड्राइंग रुम या फिर किचन में लगा सकते हैं। 
-बेडरूम में मंदिर न बनवाएं।
-हफ्ते में एक बार बेडरुम में नमक वाले पानी से पोछा जरुर लगाएं। ऐसा करने से जीवन के सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं।

तो ये थी घर के बेडरुम से जुड़े कुछ खास वास्तु टिप्स, जिन्हें अपनाकर आप जीवन की कई छोटी-छोटी परेशानियों से राहत पा सकते हैं। 

Content Writer

Harpreet