केदारनाथ की आपदा से विचलित होकर पर्यावरण सुरक्षा में जुटीं रिद्धिमा, ग्रेटा का भी दे रही हैं साथ

punjabkesari.in Monday, Sep 30, 2019 - 05:14 PM (IST)

विश्व के पर्यावरण में लगातार आ रहे परिवर्तन को देखकर दुनिया भर के युवक आगे आ कर इसके बारे में लोगों न नेताओं को जागरुक कर रहे है। ग्रेटा थनबर्ग का साथ देते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार की 11 साल की रिद्धिमा पांडे जर्मनी, फ्रांस, ब्राजील, अर्जेटीना व तुर्की के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा चुकी हैं। इतना ही छोटी सी उम्र में ही पर्यावरण के बारे में जागरुक होने के कारण रिद्धिमा ने इस मुद्दे पर बात करते हुए यूएन तक का सफर तय कर लिया है। 

 

कुछ दिन पहले न्यूयॉके में यून के क्लाइमेट एक्शन समिट में शामिल हुई थी। जहां पर उन्होंने पर्यावरण के साथ हो रहे खिलवाड़ के बारे में बात की थी। रिद्धिमा उन 16 बच्चों में शामिल है जिन्होंने ग्रेटा के साथ मिलकर ग्लोबल वार्मिंग से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को लेकर संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज करवाई है।

 

हरिद्वार व केदारनाथ की आपदा ने किया था विचलित 

रिद्धिमा ने 2013 में केदारनाथ व हरिद्वार में आई आपदा ने विचलित कर दिया था। इस आपदा को देकर ही उसका ध्यान जलवायु परिवर्तन की ओर गया था। रिद्धिमा के पिता वन विभाग में काम करते है। इसलिए जब एक बार नैनीताल से हरिद्वार आई थी तो मौसम के कारण कांवड़ियों पर मौसम के कारण होने वाले असर ने उन्हें प्रभावित किया था। इतना ही बाढ़ के कारण लाखों लोगों की जान भी गई थी। तब उसने वहां पर बारिश की वजह से होने वाली दिक्कतों के बारे में भी अध्ययन किया था।

जिसे कहते है मां, उसी गंगा को कर रहे प्रदूषित 

रिद्धिमा का कहना है कि जिस गंगा को हम मां कहते है उसी को प्रदूषित करते है। उस में मूर्तियां, कपड़े व प्लास्टिक की थैलियां डालते है। जब यह मुद्दा विश्व स्तर पर उठेगा तो कोई भी नेता इस बात की अनदेखी नही कर पाएगा। वहीं सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि वह इसके लिए काम कर रही है लेकिन अभी तक किसी भी तरह का बढ़ा काम नही किया गया है।



 

Content Writer

khushboo aggarwal