मानसून में बढ़ जाती है अस्थमा की प्रॉब्लम्स, यूं रखें खुद का बचाव

punjabkesari.in Sunday, Jul 07, 2019 - 12:08 PM (IST)

मानसून के आते ही बाहर मौसम में ही नहीं घर में भी कीटाणु का आक्रमण काफी बढ़ जाते है। जिससे इस मौसम में लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या दमा के रोगियों को आती हैं। उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव कर खुद की सेहत का ध्यान रखना चाहिए। इससे वह इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं। 

क्यों बढ़ती है यह समस्या 

इस मौसम में पोलेन ग्रेन एक दम से ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे उमस के कारण फंगस की वृद्धि होती हैं। यह मरीजों में दमा के अटैक को बढ़ाता है। इतना ही नहीं बारिश के कारण सल्फपर डाइऑक्साइड व नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसे रसायन से वायु में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ जाती हैं, जो कि दमा के रोगियों के लिए खतरनाक होती हैं। इसमें बढ़ रहे वायरल इंफेक्शन दमा की प्रॉब्लम को भी बढ़ देते हैं। 

उपाय

दमा की दवा रोजाना रुप से लेनी चाहिए, इसके साथ ही डॉक्टर को जरुर दिखाना चाहिए। दमा से सांस लेने की दिक्कत भी खड़ी हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की ओर से दी गई दवाई का पूरा डोज लें। इसके साथ ही आप घर में छोटी छोटी बातों का ध्यान रख कर अस्थमा के खतरे को कम कर सकते हैं। 

1. घर के जिस हिस्से में नमी व उमस हो उसे पूरी तरह से सुखाएं। उमस खत्म करने वाले इक्यूपमेंट्स का इस्तेमाल कर ह्यूमिटी को 25 से 50 प्रतिशत के बीच रखें। 

2. घर में एसी और एक्जॉस्ट फैन का प्रयोग करें, एसी नमी को खत्म करने में मदद करता हैं।

3. बाथरुम की रोजना सफाई करें, इसके साथ ही घर की सफाई करने के लिए उन प्रोडेक्ट्स का इस्तेमाल करें जो बैक्टीरिया खत्म कर सकें। 

4. पौधों को बारिश के मौसम में बेडरुम से बाहर रखें, ताकि कमरे में नमी न हो सकें। 

5. बारिश से पहले अगर घर में रंग करवा रहे है तो उसमें फंगल को खत्म करने वाले केमिकल का इस्तेमाल करें। अगर कहीं घर में फंगल लगी है तो ब्लीच व डिटर्जेंट का प्रयोग करके साफ करें। 

6.जिस दिन तेज हवा चल रही हो उस दिन अंदर रहने की कोशिश करें, खिड़कियों को भी बंद कर दें। इस दिन हवा में पॉलेन ग्रेन की मात्रा काफी होती हैं। 

7. पिलो, कालीन, बेड को साफ करें। कोशिश करें इसमें नमी न हो। इनकी सफाई करते हुए मास्क का इस्तेमाल करें। क्योंकि इनमें काफी कीटाणु पाए जाते हैं।  

8. पालतू जानवर से दूर रहे। उन्हे हफ्ते में एक बार जरुर नहलाएं। इन जानवरों के बालों में कई तरह के बैक्टीरिया पाए जाते है, इनके साथ बैठकर खाना खाने से इस मौसम मे पहरेज करें। 

9.  मौसम में भूख लगने पर चटपटा खाने का मन करता है ऐसे में हम पैक्ड स्नैक्स खा लेते है, लेकिन सोया, मूंगफली खाने से अस्थमा की समस्या का सामना कर पड़ सकता हैं। हैवी फूड की जगह लाइट फूड को खाने में शामिल करें। 

10. सोते समय मोटे तकिए का इस्तेमाल न करें। इसके साथ ही रोज छाती पर सरसो के तेल की मसाज करें। 

 

Content Writer

khushboo aggarwal