रावण दहन के बाद घर ले आएं बस ये एक चीज, घर में कभी नहीं आएगी गरीबी

punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 04:31 PM (IST)

नारी डेस्क: शहरे पर रावण दहन का आयोजन बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में किया जाता है। परंपरा है कि जब रावण दहन होता है, उसके बाद वहां बची हुई राख या जली हुई लकड़ियों को लोग घर ले जाते हैं। इसे पवित्र और शुभ  माना गया है। इसके पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक कारण हैं। चलिए आज जानते हैं रावण दहन के बाद जली हुई लकड़ियों को घर ले जाने के कारण

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नकारात्मक ऊर्जा का नाश

मान्यता है कि रावण दहन की अग्नि बुरी शक्तियों, नकारात्मक ऊर्जा और पापों का दहन करती है। उसकी जली लकड़ियां घर लाने से वह शक्ति आपके घर को भी नकारात्मक प्रभावों से बचाती है। पहले लोग मानते थे कि यह राख और जली लकड़ियां घर को नजर दोष, टोने-टोटके और बुरी आत्माओं से सुरक्षा प्रदान करती हैं।


समृद्धि और शुभता

रावण दहन में अग्नि को पवित्र माना जाता है। उसकी राख और लकड़ियां घर लाने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।  ग्रामीण परंपराओं में लोग इस राख को खेतों में डालते थे। माना जाता है कि इससे भूमि उपजाऊ होती है और फसल अच्छी होती है।

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धर्मिक आस्था

जली लकड़ियां और राख विजयादशमी की पवित्रता का प्रतीक हैं। इसे घर में लाने से परिवार में सुख-शांति और सौहार्द बना रहता है।रावण दहन की जली लकड़ी या राख केवल पवित्रता और आस्था का प्रतीक है। इसे घर में हमेशा साफ-सुथरी जगह पर ही रखना चाहिए।


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vasudha

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