वेटर और ड्राइवर का काम करते थे रणदीप हुड्डा, एक प्ले ने बदली एक्टर की जिंदगी

punjabkesari.in Thursday, Aug 20, 2020 - 10:53 AM (IST)

हिंदी सिनेमा में रणदीप हुड्डा आज  एक ऐसा नाम बन चुका है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं है। रणदीप ने अपने काम से अपनी एक्टिंग से हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई है। आज यानि 20 अगस्त को रणदीप का जन्मदिन है। हरियाणा में जन्में रणदीप हुड्डा के लिए यह सफर इतना आसान नहीं था। तो चलिए आज हम आपको उनके जन्मदिन पर बताते हैं कि कैसे रणदीप ने इस इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया। 

दुखों में बीता बचपन

बात अगर रणदीप के बचपन की करें तो उनका बचपन भी मुसीबतों में बीता। खेलने की उम्र में रणदीप ने अपने माता-पिता को अलग होते हुए देखा। इतना ही नहीं इस बात का खुलासा उन्होंने खुद अपने एक इंटरव्यू में किया था। 

डॉन के नाम से फेमस थे रणदीप 

शिक्षा की बात करें तो रणदीप ने अपनी पढ़ाई बोर्डिंग स्कूल से की। इस दौरान जब वह स्कूल में पढ़ते थे तो वह एक नाम से फेमस थे जो था ,' रणदीप डॉन हुड्डा'। रणदीप के परिवार की हमेशा से यह इच्छा रही कि वह एक्टिंग लाइन में जाएं लेकिन रणदीप ने मार्केटिंग में पढ़ाई की। 

गुजारा करने के लिए वेटर का काम किया

रणदीप हुड्डा ऑस्ट्रेलिया में रहते थे लेकिन यहां रहना और गुजारा करना इतना आसान नहीं था और अपना पेट पालने के लिए रणदीप को जो काम मिलता वह बस कर लेते और उन्होंने वेटर, टैक्सी ड्राइवर और कार धोने का काम तक किया और इस काम से जो भी पैसे मिलते उनसे वह अपना पेट पालते थे। इसके बाद जब रणदीप वापिस भारत आए तो उन्होंने एक एयरलाइन में काम किया वहीं इसके साथ ही रणदीप ने थिएटर में भी काम करना शुरू कर दिया था। 

एक प्ले ने बदली जिंदगी 

रणदीप ने शायद कभी सोचा भी नही था कि थिएटर में आने के बाद एक प्ले ही उनकी लाइफ का टर्निंग प्वाइंट बन जाएगा। दरअसल हुआ यूं कि रणदीप अपने एक प्ले की रिहर्सल कर रहे थे और इसी दौरान उन पर मीरा नायर की नजर पड़ी और उन्होंने रणदीप को अपनी आने वाली फिल्म के लिए ऑडीशन देने के लिए कहा और इसके बाद रणदीप ने अपने शानदार अभिनय से सबके दिलों में अपनी पहचान बना ली। 

इन फिल्मों में किया काम 

देखते ही देखते रणदीप ने हिंदी सिनेमा को बहुत सी बेहतरीन फिल्में दी। 'साहिब बीवी और गैंगस्टर', 'जन्नत 2', 'रंगरसिया', 'हाईवे', 'सरबजीत', 'सुल्तान' उनकी बेस्ट फिल्में मानी जाती हैं। 

Content Writer

Janvi Bithal