बच्चों का छोटे-छोटे हादसों में इस तरह करें बचाव

punjabkesari.in Sunday, May 20, 2018 - 11:49 AM (IST)

जब बच्चे बैठने से घुटनों के बल चलना शुरू होते हैं तो सभी को उन्हें देखकर खुशी मिलती है। फिर बच्चा धीरे-धीरे चलना शुरू करता है। इस दौर में पेरेंट्स को बच्चों के लिए उतना ही केयरफुल होने की जरूरत होती है। 6 महीने से लेकर 3 साल के बीच बच्चे अक्सर चलते-फिरते खुद को नुकसान पहुंचा लेते हैं। इस समय में पेरेंट्स को जरा-सी सावधानी बरतनें की जरूरत होती है, जिससे वह उन्हें इन हादसों से बचा सकते हैं। आज हम आपको ऐसे ही टिप्स बताएंगे, जिससे आप अपने बच्चों को हादसों से बचा सकेंगी, अगर फिर भी इन हादसों की चपेट में आ जाते हैं तो इस तरह दें उन्हें फर्स्ट एड।

1. बेड या सीढ़ियों से गिरने से बचाव
अगर आप बच्चे से हटती है तो उसे बेबी कॉट में बिठाएं या फिर जमीन पर गद्दा लगाकर रखें। अगर आप बच्चे को बेड पर बिठाना चाहती है तो उसके चारों और रेलिंग लगाएं। बेड के पास साफ कारपेट बिछा कर रखें और कमरे से बाहर निकलते समय बच्चे को कारपेट पर बिठा कर निकलें। सीढ़ियों के साइड में गैप होने पर बच्चे इस पर चढ़ते समय इससे झांकने लगते हैं। जिसके कारण वह गिर सकते हैं। इससे बचाने के लिए सीढ़ियों के साइड में गैप को प्लास्टिक की रस्सियों से कवर कर दें।

फर्स्ट एड
अगर बच्चा बेड से गिर जाता है तो घबराए नहीं, उसे आराम से लिटा दें। सिर पर सूजन दिखने पर बर्फ के 3-4 पीस लेकर सॉफ्ट कपड़े में रख कर पोटली बना कर 10 से 15 मिनट तक सिकाई करें। 12 महीने तक के बच्चे का स्कल बोन बंद नहीं होती इसलिए सिर की चोट को मामूली न समझे इसे फौरन डॉक्टर के पास लेकर जाए। इसके अलावा अगर खून निकल रहा हो तो उस पर बर्फ लगाएं और बिना देर किए डॉक्टर के पास ले जाएं।

2. बाशरूम में इ तरह रखें ख्याल
बाशरूम को हमेशा सूखा रखें। बच्चे को बाशरूम में अकेला न छोड़े। बाशरूम और टब  में नॉन स्लिप मैट यूज करें। टॉइलट सीट को बंद करके रखें। इसके अलावा बाशरूम में पानी का टब कभी भी भर कर न रखें. अगर रखना ही पड़े तो इसे ढक्कर रखें। टॉइलट क्लीनर, साबुन, शैंपू, डिटर्जेंट, शेविंग क्रीम आदि बच्चों की पहुंच से दूर रखें।

फर्स्ट एड
बच्चे के फिसलने पर शरीर के किसी हिस्से में सूजन दिखाई दें तो बर्फ से सिकाई करें। अगर बच्चे को चक्कर आए या उल्टी आए तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।

3. चाकू या किसी तीखी चीज से बचाव
बच्चों को नुकीली ताखी चीजों जैसे फॉर्क, कैंची, चाकू आदि से दूर रखें।

फर्स्ट एड
अगर इसके चुभने पर खून निकल रहा हो तो इसे रोकने के लिए इस पर बर्फ लगाएं। इसके बाद ऐंटिसेप्टिक क्रीम या लोशन लगाएं। अगर चोट गहरी हो तो डॉक्टर के पास ले जाएं। बच्चे को अगर टिटनस का इंजैक्शन लगे 3 महीने से ज्यादा समय हो गया है तो उसे इंजैक्शन जरूर लगवाएं।

4. कुछ गलत खा लेने पर
बच्चे कभी-कभी किसी भी चीज जैसे दवाईयों को मुंह में डाल लेते हैं। इसके अलावा वे फेविक्विक से अपनी उंगली चिपका लेते हैं इसलिए इन सब चीजों से बच्चों की दूरी बना कर रखें।

फर्स्ट एड
बच्चों द्वारा कोइ दवाई निगल लेने पर उसकी पीठ थपाएं ताकि दवा बाहर निकल जाएं।  अगर न निकले तो उसे नमक पानी पिला कर मुंह में उंगली डाल कर बच्चे को उल्टी करवाएं। फेविक्विक से उंगली चिपकाने पर  हल्के गर्म पानी या स्प्रिट की मदद से छुड़ाने की कोशिश करें। बहुत ज्यादा जोर न लगाएं। चमड़ी छिल सकती है। अगर आप से ये सब न किया जाएं तो फौरन डॉक्टर के पास ले जाएं। 

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