वैजाइनल इंफेक्शन में फायदेमंद प्रोबायोटिक्स, डाइट में शामिल करे ये चीजें

punjabkesari.in Thursday, Jul 29, 2021 - 05:01 PM (IST)

प्रोबायोटिक का नाम इन दिनों खूब सामने आ रहा है। हेल्‍थ एक्सपर्ट का मानना है कि यह  किसी भी तरह के इनफेक्‍शन से बचाव का उपाय है।  खास तौर पर इसका प्रयोग डाइजेशन को ठीक रखने के लिए। हेल्‍थ एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। यह खासतौर पर पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। प्रोबायोटिक्स को आपकी सेहत के लिए  अच्छा बैक्टीरिया​ या सहायक बैक्टीरिया  माना जाता है, क्योंकि ये आपकी आंतों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।

इसके अलावा विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोबायोटिक्स न केवल आपकी आंतों के लिए बल्कि योनि की सुरक्षा के लिए भी काफी कारगर है। हालांकि वैज्ञानिक तौर अब भी कई शोधों की जरूरत है। आईए जानते हैं वेजाइनल के लिए प्रोबायोटिक कैसे कारगार है।

एक वेबसाइट में छपे लेख के अनुसार,  हेल्‍थ एक्सपर्ट  ने बताया कि पिछले कुछ सालों में आशाजनक शोध हुए हैं जो यह दर्शाते हैं कि योनि के पीएच संतुलन में परिवर्तन से होने वाली समस्‍या के उपचार में प्रोबायोटिक्स काफी प्रभावी साबित हो रहे हैं।

ऐसे देते हैं वजानइना को सुरक्षा
दरअसल वजाइना में करीब 50 टाइप के माइक्राब्‍स होते हैं जिनमें से कुछ माइक्रोब्‍स बाहरी संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करने और हेल्‍दी रखने का काम करते हैं, ऐसे में जब अनप्रोटेक्‍टेड सेक्‍स, हार्मोनल बदलाव, पीरियड, हाइजीन का अभाव आदि स्थिति बनती है तो ये अपने आप एक्टिव हो जाते हैं और वजानइना को सुरक्षा देते हैं।

वजाइनल इंबैल्‍सेंस के लक्षण
जब किसी महिला में वजाइनल इंबैल्‍सेंस की स्थिति में आती है तो वजाइना से बदबू, डिस्‍चार्ज होना, असहजता, खुजली आदि होती है जो दरअसल बैक्‍टीरियल इनफेक्‍शन, यीस्‍ट इनफेक्‍शन और यूटीआई आदि का लक्षण हो सकता है।

वजाइनल इंफेक्‍शन से बचने के लिए महिलाएं अपनी डाइट में दही या प्रोबायोटिक्‍स कैप्‍सूल करे शामिल
ऐसे में एक्सपर्ट का कहना कि वजाइनल पीएच लेवल को बैलेंस करने और इस तरह के इंनफेक्‍शन को दूर रखने के‍ लिए महिलाओं को अपने भोजन में दही या प्रोबायोटिक्‍स कैप्‍सूल को जरूर शामिल करना चाहिए।

वहीं 1996 के एक शोध के अनुसार, जिन महिलाओं ने अपने भोजन में प्रोबायाटिक्‍स का अधिक सेवन किया उन्‍हें ऐसी समस्‍या का सामना नहीं करना पड़ा।

इसके अलावा कई अन्‍य शोधों में भी देखा गया है कि केवल प्रोबायोटिक के सेवन से ही आप वजाइनल इनफेक्‍शन से बच सकते हैं या इस समस्‍या का इलाज कर सकते हैं। 

Content Writer

Anu Malhotra