इन गलतियों से घर में लग सकता है पितृ दोष, जानिए दूर करने के उपाय

punjabkesari.in Monday, Sep 12, 2022 - 05:11 PM (IST)

पितृ पक्ष के श्राद्ध शुरु हो चुके हैं। यह समय पूर्वजों का आदक सत्कार करने का होता है। ऐसा माना जाता है कि इन 15 दिनों के लिए पितर धरती पर आते हैं और अपने परिजनों के द्वारा किए गए पिंडदान और श्राद्ध से खुश होते हैं। पितर दोष से मुक्ति पाने के लिए पितृ दोष बहुत ही खास माना जाता है। पितरों की आशीर्वाद से परिवार से घर भी फूलता है। परंतु अगर पूर्वज नाराज हो जाए तो पीढ़ियों तक पितृ दोष वंश के लोगों को झेलना पड़ सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि पितृ दोष कैसे लगता है और इससे शांति पाने के लिए आप क्या उपाय कर सकते हैं... 

आखिर क्यों लगता है पितृ दोष? 

. यदि मृत्यु के बाद पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया न की जाए तो व्यक्ति को पितृ दोष लग सकता है। 

. अकाल मृत्यु के कारण भी परिवार के लोगों को कई पीढ़ियों तक पितृ दोष लग सकता है। 

. यदि माता-पिता का अनादर किया जाए, मृत्यु के बाद परिजनों का पिंडदान न करने, श्राद्ध न करने पर भी पितृ दोष लग सकता है। 

. पितरों को अपमान करने, किसी असहाय की हत्या, पीपल, नीम और बरगद के पेड़ कटवाने से, गलती से किसी नाग की हत्या करने के कारण भी पितृ दोष लगता है। 

इन तरीकों से पहचाने घर का पितृ दोष

यदि आपके जीवन में पितृ दोष है तो आपके वैवाहिक रिश्तों में तनाव हो सकता है। पति और पत्नी के रिश्तों में हर समय झगड़े रह सकते हैं।
 
. परिवार के सदस्यों में भी एकता नहीं रहती। घर में कलह-कलेश हो सकता है, मन अशांत हो सकता है। बिना बात के घर में लड़ाई होना भी एक पितृ दोष ही हो सकता है। 

. विवाह में भी पितृ दोष होने से बाधाएं आ सकती है। शादी शुदा जिंदगी में परेशानियां आ सकती हैं। संतान का सुख न मिलना भी पितृ दोष का कारण हो सकता है। संतान पैदा होने पर विकलांग होना या उसकी मृत्यु हो जाना भी पितृ दोष का ही कारण होता है। 

. घर में बीमारियां होना, परिवार के सदस्यों का हर समय अस्वस्थ रहना। कार्यस्थल पर आर्थिक और मानसिक समस्याएं होना, नौकरी में तरक्की का रुक जाना। बार-बार दुर्घटना का शिकार होना भी पितृ दोष का कारण हो सकता है। 

खत्म करने के लिए करे ये काम 

. यदि आप घर का पितृ दोष खत्म करना चाहते हैं तो पितृ पक्ष के दिनों में पूर्वजों का पूरे विधि-विधान के साथ श्राद्ध करें। ब्राह्माणों को भोजन करवाएं, दान इत्यादी दें। हर साल एकादशी, चतुर्दशी, अमावस्या पर पितरों को जल चढ़ाएं। 

. रोजाना दोपहर को पीपल के पेड़ की पूजा करें। पितरों को प्रसन्न करने के लिए पीपल में गंगाजल, काले तिल, दूध, चावल और फूल चढ़ाएं। पितृ दोष से शांति पाने के लिए आप यह उपाय कर सकते हैं। 

. घर की दक्षिण दिशा में तेल का दीपक जलाएं। रोजाना दीपक जलाने से घर का पितृ दोष खत्म होगा। 

. जरुरतमंद लोगों को भोजन का दान करें। गरीब कन्या के विवाह में भी आप दान कर सकते हैं इससे भी पितर प्रसन्न होते हैं। पितृ दोष इस उपाय को करने से शांत होता है। 

. घर की दक्षिण दिशा में पितृ दोष लगाएं। रोज अपनी गलतियों की क्षमा उनसे मांगे। इससे भी आपके घर का पितृ दोष खत्म होगा। 

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palak