Periods बंद होने के बाद भी कम नहीं हो रही परेशानियां , तो यह है सभी तकलीफों का  समाधान

punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 01:14 PM (IST)

नारी डेस्क: जब किसी महिला का मासिक धर्म हमेशा के लिए बंद हो जाता है, तो वह जीवन के उस चरण में पहुंच जाती है जिसे मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) कहते हैं। इस दौरान महिलाओं के जीवन में कई महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं ।ज़्यादातर महिलाओं को 45 से 55 साल की उम्र के बीच रजोनिवृत्ति का अनुभव होता है,  जिसके बाद शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते है  जिससे हॉट फ्लैश, वजन बढ़ना, जोड़ों में दर्द, तनाव, अनिद्रा और हड्डियों की कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन नियमित व्यायाम (Exercise) करने से इन चुनौतियों को आसानी से संभाला जा सकता है।  
 

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मेनोपॉज के दौरान एक्सरसाइज के फायदे

हार्मोनल बदलाव के कारण मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।  रनिंग, वॉकिंग, साइकलिंग और योग  करने से कैलोरी बर्न होती है और वजन कंट्रोल में रहता है।  मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) का खतरा बढ़ जाता है। वेट ट्रेनिंग, योग, स्ट्रेंथ एक्सरसाइज और रनिंग करने से हड्डियों की मजबूती बनी रहती है।  

 

मूड स्विंग और डिप्रेशन से बचाती है एक्सरसाइज

मेनोपॉज के दौरान चिड़चिड़ापन, चिंता और डिप्रेशन की समस्या आम होती है।  एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन (खुशी देने वाले हार्मोन)** रिलीज होते हैं, जिससे मूड अच्छा रहता है और तनाव कम होता है।  मेनोपॉज के बाद हार्मोनल बदलाव के कारण दिल की बीमारियों का खतरा** बढ़ जाता है। रनिंग, ब्रिस्क वॉकिंग, साइकलिंग और स्विमिंग करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिल की सेहत बनी रहती है।  रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर थकता है, जिससे रात में अच्छी नींद आती है।  इसके अलावा हल्की एक्सरसाइज करने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और हॉट फ्लैश की तीव्रता कम होती है।  
 

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मेनोपॉज के दौरान सबसे अच्छी एक्सरसाइज

रनिंग या जॉगिंग:  दिल और वजन को स्वस्थ रखता है।  
योग और प्राणायाम: तनाव, चिंता और अनिद्रा को कम करता है।  
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाता है।  
डांसिंग या ज़ुम्बा: शरीर को फिट रखने के साथ-साथ मूड को भी अच्छा करता है।  
ब्रिस्क वॉकिंग (तेज चलना):सभी उम्र की महिलाओं के लिए सबसे आसान और असरदार व्यायाम।  

 

मेनोपॉज का सही समय क्या होता है?

मेनोपॉज एक नेचुरल प्रोसेस है यह आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र के बीच होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह इससे पहले या बाद में भी हो सकता है।  अगर मेनोपॉज 40 साल से पहले हो जाए, तो इसे अर्ली मेनोपॉज (Early Menopause) कहते हैं। यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इससे हड्डियों और हृदय स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर हार्मोन थेरेपी (HRT) या जीवनशैली में सुधार करना जरूरी है।   इस दौरान संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है


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vasudha

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