लिविंग रूम डिज़ाइन: मेहमानों और परिवार दोनों के लिए परफेक्ट माहौल
punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 12:26 PM (IST)
नारी डेस्क: घर का लिविंग रूम सिर्फ एक कमरा नहीं होता, बल्कि वह जगह है जहाँ घर की असली रौनक दिखाई देती है। यहीं परिवार मिलकर बातें करता है, मेहमानों का स्वागत होता है, बच्चे खेलते हैं और कभी-कभी हम आराम या टीवी भी देखते हैं। इसलिए इसका डिज़ाइन ऐसा होना चाहिए कि घर वालों को आराम मिले और आने वाले मेहमानों को भी यह पसंद आए। आज की नई डिज़ाइन दुनिया में कई ताज़े ट्रेंड आए हैं, जैसे प्राकृतिक सामग्री का उपयोग, हल्के और आराम देने वाले रंग, एक से ज़्यादा काम आने वाली जगहें, और भारतीय घरों के हिसाब से किए गए बदलाव। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए नीचे कुछ आसान और असरदार टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने लिविंग रूम को और भी खूबसूरत और “परफेक्ट” बना सकते हैं।
स्पेस को समझें और सही प्लानिंग करें
सबसे पहले अपने लिविंग रूम की जगह को ध्यान से देखें, कमरे का आकार, दीवारों की दिशा, खिड़कियाँ और दरवाज़ों की पोज़िशन। भारतीय घरों में लिविंग रूम ही अक्सर मुख्य हॉल होता है, इसलिए यहाँ बैठने, बातचीत, टीवी देखने और मेहमानों के लिए आरामदायक जगह होना ज़रूरी है।
● सोफा, चेयर और टेबल इस तरह रखें कि बीच में खुली जगह बनी रहे, ताकि चलते समय किसी चीज़ से टकराना न पड़े।
● अगर कमरा छोटा है, तो ऐसे फर्नीचर चुनें जो एक से ज़्यादा काम करें, जैसे स्टोरेज वाली टेबल या अतिरिक्त बैठने वाली सोफा डिज़ाइन।
● मेहमानों के लिए अलग बैठने की जगह चाहिए, तो कमरे का एक हिस्सा बातचीत के लिए और दूसरा हिस्सा रोज़मर्रा के आराम के लिए रखें।
रंग और पूरा माहौल
● कमरे के रंग पूरे घर का मूड बदल देते हैं। आजकल प्राकृतिक और मिट्टी जैसे रंग, लकड़ी और रैटन की टेक्सचर काफी ट्रेंड में हैं।
● बेस कलर के रूप में हल्का बेज, क्रीम या पेस्टल हरा–नीला चुनें, ये कमरे को बड़ा और शांत महसूस कराते हैं।
● कुशन, छोटे फर्नीचर या आर्ट पीस में थोड़ा कंट्रास्ट जोड़ें, जैसे नीला, ऑलिव ग्रीन या रस्ट रंग।
● बहुत गहरे रंग पूरे कमरे में लगाने से जगह छोटी दिख सकती है, इसलिए गहरा रंग सिर्फ़ एक्सेंट वॉल पर रखें।
● “कलर ड्रेंचिंग” का ट्रेंड भी लोकप्रिय है, एक ही रंग के अलग-अलग शेड्स का पूरे कमरे में इस्तेमाल।

फर्नीचर और आराम
● फर्नीचर सिर्फ़ सजावट नहीं, बल्कि घर का आराम तय करता है।
● परिवार के लिए बड़ा या एल-शेप सोफा बेहतर रहता है, जिसमें 4–5 लोग आराम से बैठ सकें।
● कॉफी टेबल ऐसा चुनें जो भारी न हो और जिसे पास जाकर आसानी से इस्तेमाल किया जा सके।
● अगर मेहमान अक्सर आते हैं, तो कुछ एक्स्ट्रा साइड चेयर या मल्टी-यूज़ स्टूल रखें जो ज़रूरत होने पर आगे खींचे जा सकें।
● बैठने की व्यवस्था इस तरह करें कि लोग एक-दूसरे की तरफ़ देख सकें, इससे बातचीत आसान होती है।

लाइटिंग और सजावट
● रोशनी और सजावट से कमरे में जान आ जाती है।
● दिन में प्राकृतिक रोशनी आने दें, हल्के पर्दे लगाएँ ताकि धूप आसानी से अंदर आ सके।
● शाम को वॉर्म लाइट यानी हल्की पीली रोशनी लगाएँ, यह घर को ज्यादा आरामदायक बनाती है।
● मुख्य लाइट के साथ-साथ टेबल लैंप, फ्लोर लैंप या वॉल लाइट भी लगाएँ ताकि कमरे में रोशनी की अच्छी लेयरिंग बने।
● दीवारों पर 1–2 आर्ट पीस ही रखें, बहुत सजावट से कमरा भरा-भरा लग सकता है।
● इंडोर पौधे जैसे मनी प्लांट, अरेका पाम कमरे को ताज़गी और प्राकृतिक खूबसूरती देते हैं।
अपनी पसंद और भारतीय स्टाइल
● आपकी अपनी स्टाइल कमरे में जरूर दिखनी चाहिए।
● फैमिली फोटो, ट्रैवल सॉवेनियर या हैंडीक्राफ्ट चीज़ें कमरे को व्यक्तिगत और गर्माहट भरा बनाती हैं।
● भारतीय टच देने के लिए लकड़ी, बुने हुए कुशन, पारंपरिक टेक्सचर या हल्की कढ़ाई वाले पर्दे अच्छे रहते हैं।
वास्तु के आसान सुझाव
यदि आप Vastu Shastra का पालन करते हैं, तो ये बातें उपयोगी होंगी
● लिविंग रूम के लिए उत्तर-पूर्व (ईशान) या पूर्व दिशा बेहतर मानी जाती है।
● सोफा या मुख्य बैठने की जगह दक्षिण या पश्चिम दीवार के साथ रखना शुभ माना जाता है।
● उत्तर-पूर्व दिशा हमेशा हल्की और खुली रखें—यहां भारी फर्नीचर न रखें।
● टीवी ऐसी जगह लगाएं जहां दरवाज़ा या खिड़की सीधे सामने न हो, ताकि ध्यान और बातचीत में रुकावट न आए।
एक सुंदर लिविंग रूम वही है जिसमें रंग, फर्नीचर, रोशनी और आपकी अपनी पसंद सब मिलकर एक आरामदायक माहौल बनाते हैं। जब जगह सोच-समझकर प्लान की जाती है, तो वह कमरा आपके परिवार और मेहमान सभी को सहज और अपनापन महसूस कराता है




