PCOS को जड़ से खत्म करना है तो खाएं ये फूड्स और इन्हें कहें बाय-बाय

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 03:12 PM (IST)

पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं को होने वाला सामान्य हार्मोनल असंतुलन रोग है। आज 10 में से 5 महिलाएं पीसीओएस से जूझ रही हैं, जिसके कारण उन्हें अनियमित पीरियड्स और प्रेगनेंसी से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो यह पेट के कैंसर और ओवरी में अल्सर का कारण भी बन सकता है।

कैसे पहचानें पीसीओएस?

पीसीओएस के कई लक्षण हैं, जिसमें से ज्यादातर लक्षण युवावस्था के तुरंत बाद शुरू होते हैं जैसे - 

-वजन बढ़ना
-थकान
-अवांछित बाल उगना
-बाल पतले होना
-बांझपन
-मुंहासे
-पैल्विक पेन
-सिर दर्द
-नींद की समस्याएं और मूड स्विंग आदि।

आप डॉक्टरी दवा के साथ-साथ हैल्दी डाइट से भी इस समस्या को कंट्रोल कर सकती हैं। आज हम आपको बताएंगे के लिए पीसीओएस को कंट्रोल करने के लिए आपको किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किसका नहीं...

पीसीओएस में क्या खाएं
एवोकाडो

पीसीओएस से जूझ रहीं है तो अपनी डाइट में एवोकाडो को शामिल करें। आप इसे सलाद या जूस के रूप में ले सकती हैं।

नट्स

ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट, काजू और अंजीर आदि का सेवन एंड्रोजन या टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम करता है, जो पीसीओएस से जूझ रही महिलाओं के लिए फायदेमंद है।

दालचीनी

आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन पीसीओएस से बचाने के साथ टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी कम करता है। आप इसे खाने के साथ ड्रिंक के रूप में डाइट में ले सकती हैं।

एप्पल साइड विनेगर

सेब का सिरका हार्मोन्स के साथ इंसुलिन लेवल को भी सही रखता है, जिससे आपकी यह समस्या दूर होती है।

हरी सब्जियां जैसे ब्रोकली

डाइट में हरी सब्जियां जरूर खाएं। आप ब्रोकली खाती हैं तो बहुत ही अच्छा है। इसी के साथ संतरे का जूस व बेरीज खाएं।

नारियल पानी

नारियल पानी में बहुत सारे गुण होते हैं। यह पीसीओडी से तो बचाएंगा साथ ही आपको ग्लोइंग स्किन भी देगा।

सालमन

ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर सालमन मछली में ग्लाइसेमिक इंडेक्‍स कम होता है। यह ना केवल दिल बल्कि महिलाओं में एंड्रोजेन हार्मोन के लेवल को भी ठीक रखता है। वहीं इसमें विटामिन पाया जाता है जो पीसीओएस से लड़ता है।

क्या ना खाएं?
सोया प्रोडक्ट्स

पीसीओएस और ओव्यूलेशन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सोया प्रोडक्ट्स से भी दूर रहें। साथ ही सफेद आटे से बनी चीजों से दूर रहें क्योंकि ये पीसीओएस के साथ ब्लड शुगर भी बढ़ाते हैं।

रेड मीट

रेट मीट में सैचुरेटेड फैट होता है जो एस्‍ट्रोजेन के लेवल को बढ़ाकर महिलाओं के वजन को भी बढ़ा देता है। इससे पीसीओएस होने का खतरा और भी ज्‍यादा बढ़ जाता है।

प्रोसेस्ड फूड

प्रोसेस्ड फूड में केमिकल्स, प्रिजर्वेटिव होता है जो इंसुलिन का लेवल बढ़ाकर सूजन का कारण बढ़ते हैं। इससे पीसीओएस होने की संभावना भी बढ़ जाती है।

शराब

अल्कोहल की अधिक मात्रा हार्मोन्स में असंतुलन बना देती है। जिससे बॉडी में एस्ट्रोजेन का लेवल बढ़ जाता है और पीसीओएस की संभावना बढ़ने लगती है।

चीनी

सफेद चीनी की अधिक मात्रा लेने से इंसुलिन के लेवल भी बढ़ने लगता है और पीसीओएस का संभावना भी हो सकती है। इसलिए अपनी डाइट में सफेद चीनी की मात्रा कम कर दें।

इन चीजों से भी करें परहेज

-गोइट्रोजेनिक सब्जियां जैसे, गोभी, फूलगोभी, जलकुंभी (watercress), और केल (kale)।
-आर्टिफिशियल स्वीटनर फूड्स जैसे पेस्ट्री, बिस्कुल, कप केक, डोनट्स आदि।
-पास्ता और नूडल्स
-चाय कॉफी
-प्रोसेस्ड मीट जैसे हॉट डॉग, सॉसेज और मीट (Luncheon Meats)।

याद रखें आपको दवाईयां भी तभी असर करेंगी जब आप खाने पीने में परहेज रखेंगी। खाने-पीने के परहेज से आपको काफी राहत मिलेगी। इसी के साथ छोटे-छोटे आसन करें और हल्की-फुल्की 30 मिनट की सैर आपको इस रोग से छुटकारा भी मिलेगा और आप एक्टिव भी महसूस करेगी।

Content Writer

Anjali Rajput