पालतू कुत्ते के साथ बच्चे सुरक्षित हैं या नहीं? इस वीडियो को देखने के बाद Parents की बढ़ी टेंशन

punjabkesari.in Thursday, Apr 06, 2023 - 04:32 PM (IST)

कई घरों में देखा जाता है कि लोग पालतू कुत्ते को घर की सदस्या की तरह प्यार करते हैं। वह चाहकर भी उससे दूर नहीं कर रह पाते हैं, हालांकि एक सवाल अकसर यह उठता है कि जिस घर में छोटे बच्चे हैं वहां पालतू कुत्ते का होना सही है या नहीं?  कई शोध में यह दावा किया गया है कि  बच्चों के सामाजिक और मानसिक विकास में भी कुत्ते महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बस आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। 


हाल ही में एक बच्चे और कुत्ते का ऐसा वीडियो आया है जो बहस का विषय बन गया है। दरअसल इस वीडियो में देख सकते हैं कि बच्चा जमीन पर लेटा हुआ खूब रो रहा है और पास में बैठा पालतू कुत्ता उसके बेबी पेसिफायर (चुसनी) को मुंह में डाले आराम से बैठा है। ऐसे में लोगों को जहां बच्चे की चिंता सता रही है वहीं इस कुत्ते पर उनका गुस्सा भी निकल रहा है।

कुछ ने तो वीडियो बनाने के लिए बच्चे की मां को ही खरी- खोटी सुना दी है। लोगों का कहना है कि इस मां को वीडियो बनाने की पड़ी है, उसका बच्चा रो रहा है उसे क्याें नहीं चुप करवा रही। वहीं एक यूजर ने लिखा- ये देखने में बहुत घटिया लग रहा है, बच्चे के कैसे माता- पिता हैं। लोगों को इस बात का दुख है कि बच्चे को रोता छोड़कर वीडियो बनाया जा रहा है।


अगर इस वीडियो की बात की जाए तो देखा जा सकता है कि कुत्ता उस बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहा है। उसे इस बात का अंदाजा नहीं है कि बेबी पेसिफायर उसके लिए नहीं है।  दरअसल अलबर्टा विश्वविद्यालय में एक शोध में दावा किया गया था कि घर में पालतू जानवर और शिशु एक साथ होने पर शिशु को एलर्जी की समस्या विकसित होने का खतरा कम होता है। 


 पालतू जानवर और शिशु की देखभाल को लेकर परिवार वालों को कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। घर में इन दाेनों को कभी भी अकेला ना छोड़ें। यदि शिशु की उम्र छह महीने से ज्यादा है तो वह पालतू जानवर  के खाने में अपना हाथ डाल सकता है। छोटे बच्चे अक्सर अपने हांथ या उंगलियों को मुंह में डालते हैं, जिससे पैट के खाने में मौजूद बैक्टीरिया शिशु की बॉडी में प्रवेश कर सकते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि पिल्ला या बिल्ली हो, उसका वैक्सिनेशन हमेशा कराना चाहिए। अक्सर इनके साथ खेलते वक्त शिशु को पालतू जानवर का नाखून या खरोंच लग सकती है। साथ ही शिशु को इंफेक्शन से बचाने वाले टीके भी जरूर लगवाएं। इस तरह उन दोनों की देखभाल की जा सकती है।
 

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vasudha