पेरेंट्स बच्चे के नामकरण को लेकर हो रहे हैं परेशान तो ऐसे रखें उसका नाम

punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2022 - 12:17 PM (IST)

बच्चे के जन्म के बाद सबकी एक बात का बहुत उत्साह होता है कि उसका नाम क्या रखना जाएगा। बहुत से कम लोग जानते होंगे की नाम करण का क्या अर्थ होता है? आपको बता दें कि यह दो शब्दों का मिलाकर बना है। एक नाम और दूसरा करण। नाम का अर्थ तो आप जानते हैं लेकिन कर्ण का संस्कृत में अर्थ होता है बनाना या किसी चीज की रचना करना। हिंदू रीति-रिवाजों में भी नामकरण का बहुत ही महत्व है। नाम करण की प्रक्रिया में हर शिशु का नाम रखने की प्रक्रिया को बहुत ही संस्कार के साथ किया जाता है। यह परंपरा पूरे रीति-रिवाजों के साथ की जाती है। इस मौके पर परिवार के सारे सदस्य इकट्ठे होते हैं। लेकिन माता-पिता बच्चे के नाम को लेकर थोड़े से कंफ्यूज हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कैसे आप बच्चे का नाम रख सकते हैं।

क्या होता है नामकरण संस्कार?

हिंदू धर्म के अनुसार, शिशु के जन्म के 11वें या फिर 12वें दिन उसका नामकरण संस्कार किया जाता है। इस दौरान नवजात बच्चे का नाम रखा जाता है। परिवार के सारे सदस्य बच्चे की जन्म राशि के पहले अक्षर के अनुसार या फिर अपनी पंसद का नाम रखने की सलाह देते हैं। फिर इनमें से जो नाम सब को अच्छा लगता है वही तय कर लिया जाता है। नामकरण संस्कार का पर्व किसी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है।

कैसे करें बच्चे का नामकरण? 

नामकरण संस्कार में एक छोटी सी पूजा भी होती है। इस पूजा में माता-पिता अपने बच्चे को गोद में लेकर बैठते हैं। इस रस्म में घर के बाकी रिश्तेदार भी शामिल होते हैं। पूजा करने के लिए पंडित बच्चे की राशि के अनुसार, एक अक्षर घरवालों को बताते हैं। इसी अक्षर पर माता-पिता और घर के बाकी सदस्यों को नाम रखना होता है। कई लोग बच्चे के घर का नाम और बाहर का नाम अलग-अलग ही रखते हैं। फिर माता-पिता चुना हुआ नाम बच्चे के कान में धीरे-धीरे बोलते हैं। ऐसे ही नामकरण की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इस दिन से बच्चे का वही नाम उम्र भर के लिए हो जाता है और उसी नाम से बच्चे की पहचान बनती है। 

ऐसे करें नाम का चयन 

बच्चे के नाम वैसे तो आसान ही होते हैं, लेकिन कई बार यह बहुत ज्यादा मुश्किल भी हो जाते हैं। माता-पिता भी बच्चे का नाम रखने से पहले यह बात सोचते हैं कि कौन सा नाम उसके लिए सही रहेगा। उस नाम का मतलब क्या होगा,  बड़े होकर बच्चे को नाम पसंद भी आएगा या नहीं, कहीं उसे कल को अपना नाम बताने में हिचकिचाहट न हो। बच्चे का नाम रखने के लिए आप इंटरनेट का सहारा भी ले सकते हैं। इंटरनेट में आपको बच्चे के नाम का अर्थ भी आसानी से मिल जाएगा। 

ऐसा नाम तलाशें

आप बच्चे के लिए ऐसा नाम तलाशें जो बुलाने में भी आसान हो। बच्चे को सुनने में भी वो नाम अच्छा लगे। लेकिन नाम रखने से  पहले आप उसका अर्थ भी एक बार जरुर देख लें। आप कोशिश करें कि बच्चे का नाम सबसे अलग हो। यह नाम भीड़ में भी बच्चे को सबसे अलग रखे। आप ऐसा नाम अपने बच्चे के लिए चुन सकते हैं।

 
 

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palak