कोरोना काल में साइकिल की बढ़ी दोगुनी डिमांड

punjabkesari.in Saturday, Jul 25, 2020 - 01:11 PM (IST)

कोरोना वायरस के कारण मार्च महीने से ही सभी जिम और फिटनेस क्लब बंद हैं ऐसे में अपनी फिटनेस का ख्याल रखने वाले लोगों को काफी परेशानी आ रही है। वहीं दूसरी ओर चाहे सरकार ने अनलॉक कर दिया हो लेकिन फिर भी लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। अब ऐसे में फिटनेस फ्रीक लोगों ने इस कोरोना काल में फिट रहने के लिए साइकिल को अपनी डेली रूटीन में एड कर लिया है।

लोगों पर चढ़ा फिटनेस का क्रेज

घर से बाहर न जाने के कारण लोगों ने अब साइकिल का उपयोग करना शुरू कर दिया है ताकि वो खुद को फिट रख पाएं इसी वजह से इस कोरोना काल में साइकिल की डिमांड बहुत बढ़ गई है। इन दिनों साइकिल की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि इसका स्टॉक खत्म हो चुका है। साइकिल बेचने वाली आम दुकानों पर भी इन दिनों साइकिल की मांग जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। खबरों की माने तो जितने साइकिल रोज तैयार हो रहे हैं उससे कहीं ज्यादा उसकी बिक्री हो रही है।

इससे पहले कभी नहीं हुई इतनी बिक्री

वहीं अगर साइकिल उत्पादकों की मानें तो उन्होंने साइकिल की इतनी बिक्री पहले कभी नहीं देखी वहीं लॉकडाउन में मजदूरों के घर चले जाने के कारण  साइकिल बनाने में दिक्कत हो रही है क्योंकि बनाने वाले मजदूर कम है और इसे लेने वाले ग्राहक ज्यादा हैं। वहीं बच्चो के साइकिल 1500 और 4500 रूपए के रेट में बिक रहे हैं और बड़ों के साइकिल 8 हजार से 15 हजार में बिक रहे हैं। साइकिल के बढ़ते उत्पादन से कारोबारी भी काफी खुश हैं।


बच्चों में बढ़ रहा साइकिल का क्रेज

वहीं बच्चों में भी साइकिल को लेकर तेजी से क्रेज बढ़ा है। लॉकडाउन से पहले साइकिल की डिमांड कम थी वहीं पिछले कुछ समय से साइकिल की डिमांड में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लोग बाजार जाने के लिए और समान खरीदने के लिए साइकिल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लोग फिट भी रह रहे हैं और लोगों का पैसा भी बच रहा है। इसी को लेकर साइकिल की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। वहीं आपको ये भी बता दें कि साइकिल चलाने से शरीर को बहुत से फायदे होते हैं।

साइकिल चलाने के फायदे

1. हृदय को रखे स्वस्थ
2. मधुमेह रहती है कंट्रोल में
3. तनाव को करे कम
4. वजन होता हा कम


5. एक्टिव रहती है बॉडी
6. रोगों से रहते हैं दूर
7. इम्यून सेल्स होते हैं एक्टिव
8. मसल्स के रखे हेल्दी और मजबूत

 

Content Writer

Janvi Bithal