मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में घूमें और पाएं जन्नत का एहसास

punjabkesari.in Tuesday, Apr 09, 2019 - 06:55 PM (IST)

गर्मियां आते ही ऐसी जगहों पर जाने का मन करता है जहां गर्मी की तपिश का अहसास कम से कम हो। इसके लिए ज्यादातर लोग हिल स्टेशन या खूबसूरत प्राकृतिक जगहों पर जाते हैं। अगर आप भी अपने परिवार के साथ किसी ऐसी ही खूबसूरत जगह पर जाने की सोच रहे हैं तो आप मध्यप्रदेश की एकमात्र हिल स्टेशन सतपुड़ा की रानी यानी पचमढ़ी जा सकते हैं।

 

पचमढ़ी की खासियत

सतपुड़ा श्रेणियों के बीच होने के कारण और सुंदर जगहों के कारण इसे सतपुड़ा की रानी कहा जाता है। यहां के झरने और प्राकृतिक नजारे बेहद सूकून देने वाले हैं। यहां बहुत पुरानी गुफाएं है जिनका इतिहास बहुत पुराना है क्योंकि इन गुफाओं में शैलचित्र भी मिले हैं। यहां की प्राकृतिक संपदा को बहुत संजो कर रखा गया है।

 

जंगली जानवरों के अदभूत नजारे

यहां गौर, तेंदुआ, भालू, भैंसा और कई जंगली जानवर सहज ही देखने को मिल जाते हैं। इन क्षेत्रों की सैर के लिए आप जीप या स्कूटर ले जा सकते हैं।

 

इनके अलावा यहां की बहुत सी जगहें है जहां की आप सैर कर सकते हैं-

जटाशंकर

पचमढ़ी में स्थित यह पवित्र गुफा इस कस्बे से 1.5 किमी दूरी पर है। यहां पर पहुंचने के लिए कुछ देर पैदल चलना पड़ेगा। इस मंदिर में नेचुरल शिवलिंग बना हुआ है। यहां की चट्टान पर बनी हनुमान जी की मूर्ति भी एक मंदिर में है।

 

पांडव गुफा

यहां पांच गुफाएं है जिसका इतिहास महाभारत काल से माना जाता है। इसमें  'द्रौपदी कोठरी' और 'भीम कोठरी' अपना खास महत्व रखते हैं। कई विद्वान मानते हैं कि इन गुफाओं का निर्माण गुप्तकाल में हुआ है और इन्हें बोद्ध भिक्षुओं ने बनवाया था।

राजेंद्र गिरि

पचमढ़ी में एक पहाड़ी है जिसका नाम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद जी के नाम पर रखा गया है। राजेंद्र जी यहां पर आकर रूके थे और उनके लिए यहां रविशंकर भवन बनवाया गया था। इस भवन के चारो और प्रकृति की अनमोल छटा देखने को मिलती है।

 

अप्सरा विहार

पांडव गुफाओं से आगे आकर 30 फीट गहरा तालाब आता है जिसमें नहाने और तैरने का आनंद लिया जा सकता है। इसमें झरना आकर गिरता है जिसका नजारा देखते ही बनता है।

 

रजत प्रपात

यह अप्सरा विहार से आधा किमी. की दूरी पर स्थित है। 350 फुट की ऊंचाई से गिरता इसका जल इसका जल एकदम दूधिया चांदी की तरह दिखाई पड़ता है।

Content Writer

Anjali Rajput