भारत के खूबसूरत पर्यटक स्थलों में एक है 'ऊटी'

punjabkesari.in Monday, Jul 01, 2019 - 04:54 PM (IST)

ऊटी तमिलनाडु राज्य का एक शहर है। कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा पर बसा यह शहर मुख्य रूप से एक पर्वतीय स्थल (हिल स्टेशन) के रूप में जाना जाता है। यह तमिलनाडु प्रांत में नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा हुआ एक लोकप्रिय पर्वतीय स्थल है। रोमेंटिक होने के साथ-साथ प्राचीन समुद्र तटों, हिल स्टेशनों और शानदार वन्य जीवन को खुद में समाए बैठा यह एक नामचीन शहर है। अगर आप भी गर्मियों की छुट्टियों मौज मस्ती का प्लान बना रहें हैं तो जान लीजिए ऊटी के कुछ हसीन नजारों के बारे में कुछ विस्तार से...

ऊटी झील

ऊटी की सैर के लिए आने वाले पर्यटक में ऊटी झील जाए बिना वहां से वापिस नहीं आते। यह झील मानव निर्मित है जो लगभग 65 एकड़ के क्षेत्र में फ़ैली हुई है। मानसून के दौरान पहाड़ों से बहकर आने वाले पानी को एकत्रित करके इस झील का निर्माण किया गया।यहां बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध होने के कारण यह झील पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। इसके शांत जल में सैर करते हुए आप यहां की सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं। 

डाबेट्टा चोटी

डाबेट्टा चोटी नीलगिरी की पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी है तथा कन्नड़ भाषा में इसका अर्थ बड़ा पर्वत होता है। यह पर्वत 8650 फुट ऊंचा है तथा यह ऊटी शहर से 9 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। कोटागिरी रास्ते के द्वारा यहाँ पहुंचा जा सकता है। डोडाबेट्टा चोटी से चामुंडी पहाड़ियों का स्पष्ट दृश्य देखा जा सकता है। डोडाबेट्टा की अद्वितीयता इसकी चोटी में है जो वास्तव में एक चपटा वक्र है।पर्यटन के मौसम में अर्थात अप्रैल और मई के महीनों में प्रतिदिन लगभग 3500 पर्यटक इस चोटी की सैर करने के लिए आते हैं। यहां दूरबीन के जरिए पर्यटक घाटी के दूर-दूर के दृश्य देख सकते हैं। 

लॉक डाउन 

लॉक डाउन  ऊटी के पास स्थित एक प्रसिद्ध स्थान है तथा यह स्थान बहुत सुंदर होने के कारण मुख्य रूप से शूटिंग के लिए प्रसिद्ध है। ढलावदार पहाड़ियां, घास के हरे मैदान, बड़ी जगह तथा दूर दूर तक फ़ैली हुई हरियाली आपके दिल को खुश कर देते हैं। स्वतंत्रता के पूर्व यह स्थान यूरोपीयन लोगों में बहुत लोकप्रिय था जो शिकार के लिए अक्सर यहां आया करते थे। जब स्वतंत्र भारत में जब शिकार पर प्रतिबन्ध लगा तब यह स्थान स्थानीय लोगों में एक पिकनिक स्थान के रूप में लोकप्रिय हुआ। आज जो भी व्यक्ति देश के इस भाग में आता है वह इस स्थान की सैर किये बिना जाता नहीं है। यहां गोल्फ कोर्स तथा भेड़ों का एक सरकारी फ़ार्म भी है।

लेंच झील

लेंच झील नीलगिरी की पहाड़ियों में स्थित है तथा ऊटी शहर से लगभग 28 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। 19 वीं शताब्दी में यहाँ बर्फ की चट्टान के सरकने के कारण यह झील बनी थी। इसी आधार पर इसका नाम रखा गया है। झील के आसपास का क्षेत्र जादुई है। झील के आसपास की पहाड़ियां पर मैग्नोलिया (सफ़ेद या गुलाबी रंग के फूल) सदैव खिले रहते हैं। आपको झील के आसपास अनेक पर्यटक टहलते हुए दिखाई देंगे। ट्राउट (एक प्रकार की मछली) से भरी इस झील में अनेक लोग मछली पकड़ना पसंद करते हैं। पर्यटक झील के किनारे कैंप भी लगा सकते हैं तथा अपना अधिकतम समय झील के किनारे टहलते हुए बिता सकते हैं। कुछ लोग साहसिक गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग आदि में व्यस्त रहते हैं जबकि कुछ लोग राफ्टिंग के खेल का भी आनंद उठाते हैं।

फ्लॉवर शो

ऊटी में फ्लॉवर शो का भी आयोजन किया जाता है।यहां के बोटेनिकल गार्डन में फूलों की विधिन्न प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यहां आपको विदेशी और स्वदेशी दोनों प्रकार के फूल देखने को मिल सकते हैं। इस फ्लॉवर शो के महत्व को बढ़ाने के लिए आयोजक कुछ प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करते हैं। पूरे देश से कई प्रतिभागी इन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं तथा उनके द्वारा लगाये गए फूल प्रदर्शन के लिए रखते हैं। विभिन्न श्रेणियों में लगभग 250 लोग इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। यह शो (प्रदर्शन) दो से तीन दिन तक चलता है। इस फ्लॉवर शो की खास बात यह है कि लोग फूलों से अलग-अलग तरह की आकृतियां बनाते हैं। 


 

Content Writer

Anjali Rajput