पुराने कपड़े भी बिगाड़ सकते हैं आपकी किस्मत, जानिए कैसे?

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2019 - 05:12 PM (IST)

अक्सर लोगों के घरों में फटे-पुराने कपड़ों की एक पोटली होती है। फटे-पुराने कपड़ों या चादरों से भी घर में नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है। इस तरह के कपड़ों को दान कर देना चाहिए या इसका किसी और काम में उपयोग करना चाहिए। मगर दान करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है। जैसे कि...

दूसरों को सोच-समझकर दें पुराने कपड़े

कई लोग दान के रुप में दूसरों को पुराने कपड़े दे देते हैं। मगर आपको मालूम होना चाहिए कि पुरानी चीजें दूसरों को देना कभी दान नहीं कहलाता। ऐसे में ध्यान रखें कि कभी भी पुराने फटे कपड़े किसी पंडित या ज्ञानी पुरुष को न दें। ऐसा करने से उनका अपमान समझा जाएगा। जिसका असर आपके ग्रहों और घर की सुख-स्मृद्धि पर पड़ेगा। पुराने कपड़े हमेशा गरीब बच्चों और जरुरतमंद इंसान को ही दें। जिससे दूसरों का तन ढकने का पुन्य आपके हिस्से में आ सके।

बच्चों के कपड़े

पुराने बुजुर्ग कहा करते थे कि छोटे बच्चों के कपड़े कभी भी दूसरों को नहीं देने चाहिए। अक्सर जिनके घर औलाद नहीं होती ऐसे लोग दूसरों के नवजात बच्चों और उनकी चीजों पर टूने-टोटके कर देते थे। जिसका असर बच्चे की सेहत पर बहुत ज्यादा पड़ता था। अगर आपको देने ही हैं तो अपने किसी बहुत भरोसेमंद इंसान को ही दें।

पुराने फटे कपड़े खुद कभी न पहनें

कई लोग पुराने फटे कपड़ों को फेंकने की बजाय घर पर उनका इस्तेमाल करते रहते हैं। मगर आप शायद नहीं जानते कि पुराने फटे कपड़े पहनने से आपके भाग्य पर कितना बुरा असर पड़ सकता है। सबसे ज्यादा नुकसान आपकी सेहत को भुगतना पड़ सकता है। पुराने फटे वस्त्र समाज में आपकी मान प्रतिष्ठा को भी कम करने का काम करते हैं। ऐसे में जितना हो सके पुराने वस्त्रों को घर के किसी काम काज में इस्तेमाल करना शुरु कर दीजिए।

घर में इस तरह रखें पुराने वस्त्र

कई बार लोग घर के किसी कोने में पुराने वस्त्र जमा करते रहते हैं। इस तरह कपड़ों को रखना कोई गलत बात नहीं हैं मगर साल-दो साल तक कपड़ों का यूं ही पड़ा रहना आपके घर के लिए सही नहीं माना जाता। पुराने पड़े कपड़ों को हर 2 से 3 महीने बाद बाहर निकाल कर धूप जरुर लगवाएं। सूर्य की तेज किरणें पुराने वस्त्रों की सभी नेगेटिव एनर्जी को खत्म कर देंगी। साथ ही ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें कि कपड़ो का इस्तेमाल जितनी जल्दी हो सके कर लें। 

 

Content Writer

Harpreet