Diabetes: सिर्फ चीनी नहीं, ये 12 चीजें भी बढ़ा देती हैं शुगर

punjabkesari.in Wednesday, May 20, 2020 - 09:51 AM (IST)

डायबिटीज पेशेंट की संख्या दुनियाभर में तेजी से बढ़ती जा रही है। जब डायबिटीज कंट्रोल से बाहर हो जाती है तो दिल के रोग, किडनी संबंधित समस्याएं, अंधापन आदि होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सबसे जरूरी है शुगर लेवल कंट्रोल करना, जिसके लिए खान-पान का खास ख्याल रखना पड़ता है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे डायबिटीक पेशेंट को परहेज करना चाहिए क्योंकि ये शुगर लेवल बढ़ाने का काम करती हैं।

याद रखें डायबिटीज में डाइट को कंट्रोल करके ही इसे सही किया जा सकता है क्योंकि डाइट से ही शुगर लेवल कम और बढ़ सकता है।

 

कितना होना चाहिए शुगर लेवल?

ब्लड शुगर का चेकअप हमेशा खाली पेट ही करवाना चाहिए। इसके लिए आपको 8 से 10 घंटे भूखे रहना चाहिए। वहीं खाली पेट ब्लड शुगर लेवल की सामान्य मात्रा 70 से 110 mg/dl होती हैं और खाना खाने के बाद शुगर की सामान्य मात्रा 140 से 160 mg/dl होनी चाहिए।

 

इन 10 चीजों से करें परहेज
सूखे फल

फल प्राकृतिक चीनी का एक स्रोत हैं लेकिन जब फल सूख जाते हैं तो वे अपनी सामग्री खो देते हैं और उनके उनमें सिर्फ चीनी व कार्बोहाइड्रेट रह जाता है। इनका सेवन शुगर लेवल बढ़ाकर आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप ताजे मौसमी फलों का सेवन ही करें।

फ्लेवर्ड दही

डायबिटिक पेशेंट को फ्लेवर्ड दही का सेवन भी नहीं करना चाहिए। दरअसल, सादे दही में  प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो शुगर को कंट्रोल में रखते हैं। मगर फ्लेवर्ड दही में इसकी कमी होती है, जो रख्ता शर्करा को बढ़ा देते हैं। हालांकि टाइप-2 डायबिटीज मरीजों के लिए इसका सेवन फायदेमंद होता है।

फैट मीट

बीफ और सालमन जैसे मीट में सैचुरेटेड फैट होता है, जो मधुमेह पेशेंट में हार्ट डिसीज का खतरा बढ़ाती है। दरअसल, इससे शुगर लेवल के साथ कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, जोकि आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इसका बजाए आप स्किन लेस चिकन व मछली का सेवन कर सकते हैं।

व्हाइट पास्ता

व्हाइट पास्ता का सेवन भी शरीर में रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है। दरअसल इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो मधुमेह के लोगों के लिए अच्छा नहीं है। तो अगर आप भी डायबिटीज के मरीज है तो आज भी इसे खाना छोड़ दें। 

ट्रांस फैट और डिब्बाबंद भोजन

चिप्स, कुकीज, पीनट बटर जैसे पैकेज्ड ट्रांस फैट फूड भी मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक है। ट्रांस फैट इंफ्लामेशन, इन्सुलिन के प्रति प्रतिरोधकता और मोटापे को बढ़ाने का काम करते हैं क्योंकि ये अनसेचुरेटेड फैटी एसिड में हाइड्रोजन के मिलने से बनते हैं।

शहद और अन्य नेचुरल स्वीटनर्स

ये पदार्थ भी ब्लड शुगर लेवल बढाने का ही काम करते है। हालांकि ये उतने ज्यादा प्रोसेस्ड नहीं होते हैं लेकिन इनमें सफेद चीनी के बराबर ही कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जोकि आपके लिए हानिकारक है।

फ्राइड फूड्स

आमतौर पर लोगों को लगता है कि नमकीन और तला हुआ भोजन शुगर लेवल को प्रभावित नहीं करेगा, जोकि बिल्कुल गलत है। फ्राइड फ्रूड्स को बनाने के लि जिस बैटर में डुबोया जाता है, उसमें हाई कार्बोहाइड्रेट होता है। इसके अलावा इन्हें बनाने के लिए रिफाइंड तेल का यूज किया जाता है, जोकि मधुमेह में हानिकारक है।

फुल क्रीम डेयरी प्रॉडक्ट्स

डेयरी उत्पाद जैसे क्रीम चीज, आइस्क्रीम, फुल क्रीम दूध में संतृप्त वसा होती है, जो इंसुलिन प्रतिरोध को खराब कर सकती है। ऐसे में फुल क्रीम डेयरी उत्पादों से बचने की कोशिश करें और इनकी बजाय फैट फ्री या कम फैट वाली चीजें का सेवन करें।

नाश्ता में अनाज

अनाज (Breakfast Cereals) रोजमर्रा के नाश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन उनमें बहुत अधिक चीनी होती है, जो मधुमेह के लोगों के लिए हानिकारक है। दरअसल, अनाज में उच्च जीआई (ग्लाइसेमिक इंडेक्स)  होता है, जो शरीर में आसानी से अवशोषित होकर  शुगर बढ़ाते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप ब्रेकफास्ट में इनका सेवन ना करें।

व्हाइट ब्रेड और चावल

व्हाइट ब्रेड और चावल में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होते हैं और इनमें प्रोटीन व फाइबर की भी कमी होती है। यह तेजी से चीनी में परिवर्तित हो जाते हैं, जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसकी बजाय आप ब्राउन ब्रेड, ब्राउन राइस और साबुत अनाज खा सकते हैं।

चुकंदर

भले ही चुकंदर सेहत के लिए फायदेमंद हो लेकिन डायबिटीक मरीजों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें मिठास ज्यादा होती है, जो शुगर लेवल बढ़ाने का काम करती हैं।

आलू व शकरकंदी

डायबिटीज रोगियों को आलू और शंकरकंदी भी नहीं खानी चाहिए क्योंकि इसमें भी स्टार्च होता है। हालांकि आप चाहे तो कभी-कभार उबला हुआ शंकरकंदी खा सकते हैं लेकिन कम मात्रा में।

Content Writer

Anjali Rajput