लोहे की नहीं इस चीज से बनी है इस ट्रेन की छत, जरूर करें सफर

punjabkesari.in Monday, Mar 12, 2018 - 03:45 PM (IST)

मुंबई से गोवा घूमने के लिए अक्सर लोग ट्रेन में जाने का ही प्लैन बनाते हैं। ट्रेन का सफर बड़ों से लेकर बच्चों तक सब को बहुत पसंद आता है। आजतक आपने बहुत सारी एेसी ट्रेनों का सफर किया होगा जो जिसकी छत लोहे की होती थी। इस तरह की ट्रेन में बैठने से आप आसमान में उड़ते हुए पछिंयों और बादलों के नजारों को नहीं देख सकते थे। मगर आज हम आपको एेसी ट्रेन के बारे में बताने जा रहें है जिसके एक कोच की छत शीशे की बनी है।18 सितंबर से दादर और मडगांव के बीच चलने वाली जन शताब्दी एक्सप्रेस में एक विस्टािडोम (ग्लास-टॉप) कोच शुरू किया गया।

इस ट्रेन में कोच में रॉटेटेबल कुर्सियों है। इसके साथ ही एलसीडी टीवी भी है। 40 सीटों वाले इस कोच को बनाने की लागत 3.38 करोड़ रुपये है। इस ट्रेन में 360 डिग्री पर घूमने वाली चौड़ी सीटें हैं। इस कोच में बैठने से आपको बाहर के नजारे देखने के लिए खिड़की के पास बैठने की जरूरत नहीं है। इसमें कही पर भी बैठकर प्राकृतिक नजारे देख सकते हैं।

चेन्नई में बनाई इस ट्रेन में किसी भी व्यक्ति को किराए में छुट नहीं है। इसके साथ ही इस कोच में कम से कम 50 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।

 

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