फूलों की नहीं, इस मंदिर में चढ़ाई जाती है चप्पलों की माला

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2017 - 06:04 PM (IST)

आपने दुनियाभर के बहुत से मंदिरों में दूध, फूल और फूलमाला चढ़ते देखा होगा। आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहें है, जहां चप्पलों की माला चढ़ाई जाती है। ये बात सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन यही सच है। कर्नाटक में स्थित लकम्मा देवी के इस मंदिर में चप्पलों की माला चढ़ती है। आइए जानते है कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है।

कनार्टक के गुलबर्ग जिले में स्थित भव्य लकम्मा देवी मंदिर में भक्त देवी को खुश करने के लिए फूलों की माला में गुथी चप्पल की माला बांधते हैं। हर साल यहां पर फुटवियर फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। जिसमें दूर-दूर से लोग चप्पल चढ़ाने आते है। यह फेस्टिवल हर साल दिवाली के छठे दिन मनाया जाता है।

लोग अपनी मन्नतों को पूरी करने के लिए बाहर एक पेड़ पर चप्पलें टांगते हैं। लोगों का मानना है कि देवी रात के समय उनकी चढ़ाई चप्पलों को पहन कर घूमती है और बुरी शक्तियों से उनकी रक्षा करती है।

इससे पहले देवी को खुश करने के लिए यहां पर बैलों की बलि दी जाती थी। जानवरों को मारने पर रोक लगने के बाद से यहां बलि देना बंद हो गया। इसके बाद यहां पर चप्पलों को बाधंने की परंपरा शुरु हो गई।
 

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