अंतरिम बजट पेश करने से पहले Nirmala Sitharaman ने बनाया रिकॉर्ड, कई बड़े नेताओं को छोड़ा पीछे

punjabkesari.in Wednesday, Jan 31, 2024 - 12:27 PM (IST)

निर्मला सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिका वित्त मंत्री हैं जो लगातार छठी बार बजट पेश करके इतिहास रचने वाली हैं। जी हां, वो देश की दूसरी वित्त मंत्री हैं, जो 5 बार पूर्ण बजट पेश कर चुकी हैं और इस फरबरी को छठी बार फिर बजट पेश करेंगी। इससे पहले ये रिकॉर्ड सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के पास था। बता दें सीतारमण फरवरी में अंतरिम बजट पेश करके अरुण जेटली और मनमोहन सिंह जैसे पूर्व वित्त मंत्रियों के रिकॉर्ड तोड़ देगीं। इन सारे नेताओं ने 5 बार बजट पेश किया है।

इंदिरा गांधी के बाद बजट पेश करने वाली दूसरी महिला है सीतारमण

मोदी सरकार ने 2019 में आम चुनावों के बाद सीतारमण को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। वो इंदिरा गांधी के बाद बजट पेश करने वाली दूसरी महिला बनीं। इंदिरा गांधी ने साल 1970- 71 का बजट पेश किया था। वहीं सीतारमण ने वित्त मंत्री बनने के बाद कई सारे बदलाव किया। जैसे की बजट दस्तावेज में इस्तेमाल होने वाले परंपरागत ब्रीफकेस को हटाकर, उसकी जगह राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह वाला बही- खाता अपनाया। साल 2027-28 तक 5000 अरब डॉलर और 2017 तक 30,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। कहा जा रहा है कि अपने छठे और अंतरिम बजट में सीतामरण ग्रमीण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कुछ उपाय कर सकती हैं। इसका एक प्रमुख कारण वित्त वर्ष 2023- 24 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर चार प्रतिशत से घटकर 1.8 प्रतिशत होने का अनुमान है।

 कई रिकॉर्ड बना चुकी हैं सीतारमण

- अपने कार्यकाल में निर्मला कई सारे रिकॉर्ड बना चुकी हैं। आप भी डालिए इस पर एक नजर...

- साल 2020 में निर्मला का बजट भाषण 2 घंटे 42 मिनट चला था। ये देश के इतिहास में किसी भी वित्त मंत्री के लिए सबसे लंबा बजट भाषण था।

- इसके बाद साल 2021 में निर्मला ने देश का पहला पेपरलैस बजट पेश किया। वो लाल रंग के एक फोल्डर में टैबलेट लेकर संसद पहुंची और अपना बजट भाषण पढ़ा।

- साल 2022 में भी उनका परंपराओं को बदलने का रिकॉर्ड जारी रहा। बजट छपाई से पहले होने वाली हलवा रस्म खतर्म कर दी गई और उसकी जगह वित्त मंत्रालय में अधिकारियों में मिठई के डिब्बे बांटे गए।

- साल 2023 का बजट भाषण काफी अनोखा था। उन्होंने यहां नए टैक्स सिस्टम के स्लैब में बदलाव किया। वहीं उससे बड़ा ऐलान नई व्यवस्था को डिफॉल्ट टैक्स सिस्टम बनाना रहा। इसने देश की इनकम टैक्स व्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया। 

Content Editor

Charanjeet Kaur