Vastu Tips: घर में होगा मां लक्ष्मी का आगमन, नवरात्रि में करें ये 5 काम

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 04:39 PM (IST)

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत कल से हो चुकी है। इस त्योहार को बहुत ही उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि में मां शारदा की आराधन की जाती है। भक्त मां के दर्शन के लिए भी मंदिरों में जाते हैं। हिंदू धर्म में मां आदिशक्ति की उपासना को बहुत ही महत्व दिया जाता है। नवरात्रि में भक्त अपने मंदिरों की भी साज-सजावट करते हैं। ऐसे में अगर आप भी माता को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कुछ वास्तु टिप्स अपना सकते हैं। घर में यह कार्य करके आप मां भवानी को प्रसन्न कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ टिप्स...

मां के अलग-अलग स्वरुपों की रखें प्रतिमा 

आप घर में मां के अलग-अलग रुपों की प्रतिमा रख सकते हैं। राशि के अनुसार, आप प्रतिमा घर में रख सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार, मेष राशि के लोग घर में मां स्कंदमाता की, तुला और वृषभ राशि के लोग देवी कात्यानी की, मिथुन और कन्या राशि के लोग देवी महागौरी की और कर्क राशि वाले लोग देवी कुष्मांडा की और कुंभ राशि के लोग मां देवी ब्रह्मचारिणी की प्रतिमा घर में रख सकते हैं। 

लगाएं तुलसी का पौधा 

नवरात्रि में घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। तुलसी का पौधा लगाने से घर में नेगेटिव एनर्जी नहीं आती । वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा घर में लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। नवरात्रि में आप मां तुलसी का पौधा घर की उत्तर दिशा में लगा सकते हैं। 

जलाएं अखंड ज्योति 

नवरात्रि में अखंड ज्योति का बहुत ही महत्व बताया गया है। नौ दिनों तक आप अखंड दीपक जरुर जलाएं। लगातार रोशनी से आपके जीवन में अंधकार नहीं होगा और आपका घर भी प्रकाश से भरा रहेगा। दीपक को बुझने न दें। अखंड ज्योति का दीपक आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी लेकर आता है। 

नवरात्रि में न बदलें झाड़ू

वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के दौरान घर में इस्तेमाल होने वाली झाड़ू नहीं बदलनी चाहिए। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यदि आप झाड़ू बदलना चाहते हैं तो नवरात्रि समापन होने के बाद बदल सकते हैं। 

सूर्यास्त के बाद जलाएं कपूर 

नवरात्रि के दौरान आप घर में सूर्यास्त के समय पूजा स्थान पर 7 कपूर जलाकर मां दुर्गा की आरती करें। ऐसा माना जाता है कि इससे घर की नेगेटिव एनर्जी खत्म हो जाती है। घर का वातावरण कपूर जलाने से शुद्ध हो जाता है। 


 

Content Writer

palak