जानिए कौन है महादेवी वर्मा, जिन्हे कहा जाता था ‘मॉडर्न मीरा’

punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 10:36 AM (IST)

‘रहने दो हे देव अरे यह मेरा मिटने का अधिकार’ ये पंक्तियां हैं महान कवयित्री महादेवी वर्मा की। हिंदी साहित्य में निराला, प्रसाद, पंत के साथ साथ महादेवी वर्मा को छायावाद युग का एक महान स्तम्भ माना जाता है। वह  गद्य विधा की भी महत्वपूर्ण हस्ताक्षर थीं। 


महान कवयित्री महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च, 1907 को हुआ था। उन्हें साहित्य अकादेमी फेलोशिप, ज्ञानपीठ और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया। उनकी कविताओं में अन्य भावों के अलावा विषाद की अभिव्यक्ति मुख्य रूप से होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी संबोधित किया गया है।

महादेवी जी की साहित्य-साधना छोटी अवस्था से ही चलने लगी थी। हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी’ ने उन्हें ‘हिंदी के विशाल मंदिर की सरस्वती’ की संज्ञा दी थी, इन्हें लोग आधुनिक युग की मीरा और पीड़ा की गायिका भी कहा करते थे, क्योंकि इन्होंने अपनी कविताओं में एक प्रेमी से बिछड़ने का दर्द एवं विरह का भावात्मक रूप से वर्णन किया था।

महादेवी वर्मा जी मशहूर लेखिका के साथ- साथ समाज सुधारक भी थी। इन्होंने महिलाओं की शिक्षा को बहुत बढ़ावा दिया, इसके साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष रूप से जोर दिया, और साथ ही महिलाओं को उनका अधिकार व मान-सम्मान दिलवाने के लिए काफी महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कदम भी उठाए।वह पशु पक्षियों से भी बेहद प्रेम करती थी। 

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vasudha