अभी से सुधार लें बार- बार मोबाइल चैक करने की आदत, नहीं तो दिमाग हो सकता है कमजोर
punjabkesari.in Saturday, Dec 10, 2022 - 12:05 PM (IST)
पिज्जा कंपनी से एक पिंग। आपके जान पहचान के लोगों से कुछ पिंग्स। आपके परिवार के व्हाट्सएप ग्रुप से पिंग, पिंग, पिंग, मतलब यह कि स्मार्टफोन पर पिंग के साथ जब इस तरह की तमाम सूचनाएं आती हैं तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि आप जो काम करने की कोशिश कर रहे हैं उस पर से आपका ध्यान हट जाता है। वैसे आपका ध्यान भटकाने के लिए आपके फोन को पिंग करने की भी जरूरत नहीं है। इस बात के बहुत अच्छे सबूत हैं कि आपके फोन की उपस्थिति, भले उसमें से कोई आवाज आ रही हो या नहीं, आपका ध्यान भटकाने के लिए पर्याप्त है।
तो क्या चल रहा है?
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि महत्वपूर्ण चीजों को छोड़े बिना आप अपना ध्यान अपने काम की चीजों में वापस कैसे लगा सकते हैं? हालांकि अनुमान अलग-अलग होते हैं, लेकिन औसत व्यक्ति दिन में करीब 85 बार अपना फोन चेक करता है, मोटे तौर पर हर 15 मिनट में एक बार। दूसरे शब्दों में, हर 15 मिनट में आपका ध्यान आप जो कर रहे हैं, उससे भटकने की संभावना है। समस्या यह है कि आपके फ़ोन द्वारा बाधित किए जाने के बाद आपकी एकाग्रता को पूरी तरह से पुनः प्राप्त करने में कई मिनट लग सकते हैं। यदि आप केवल टीवी देख रहे हैं, तो ध्यान भटकाना (और फिर से ध्यान केंद्रित करना) कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन अगर आप कार चला रहे हैं, पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, काम पर जा रहे हैं, या अपने प्रियजनों के साथ समय बिता रहे हैं, तो इससे कुछ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
बार- बार फोन पर जाता है ध्यान
आपके फोन से आने वाले पिंग एक बाहर से आने वाली रुकावट हैं। दूसरे शब्दों में, आपके आस-पास, किसी बाहरी चीज ने रुकावट पैदा की है। जब हम अपने फोन की पिंग सुनते हैं तो उत्साहित हो जाते हैं। यह वही सुखद अहसास है जैसे जुआ खेलने वाले लोग पोकर मशीन को देखकर या उसकी आवाज सुनकर उत्साहित होते हैं। क्या होगा अगर आपका फोन साइलेंट पर है? क्या तब भी यह पिंग समस्या का समाधान नहीं करता है? शायद, नहीं। यह एक अन्य प्रकार का व्यवधान है, एक आंतरिक व्यवधान। सोचिए कि काम करते हुए आपका ध्यान कितनी बार खामोश पड़े फोन पर चला जाता है और आप खुद को उसे उठाने से रोकते हैं, लेकिन फिर उसे उठा लेते हैं यह देखने के लिए कि ऑनलाइन क्या हो रहा है। इस स्थिति में, हम हर बार जब हम अपने फोन को देखते हैं तो हमें लगता है कि हमें कुछ अच्छा देखने को मिलने वाला है और हम फोन को उठाने के लिए पिंग का इंतजार नहीं करते हैं। ये आवेग प्रबल होते हैं। अपने फ़ोन की जांच करने के बारे में इस लेख को पढ़कर बहुत से लोगों को ऐसा सकता है ... अपना फ़ोन उठा कर देख लें।
इस तरह आपको बीमार बनाता है फोन
-फोन के ज्यादा इस्तेमाल से रेडिएशन से कैंसर का खतरा हो सकता है।
-अगर आप फोन को शरीर से लगाकर सोते हैं तो आपको इसके रेडिएशन से मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव हो सकता है।
-इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण से हड्डियों पर गहरा असर हो सकता है और मौजूद मिनरल लिक्विड समाप्त हो सकता है।
-फोन से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण से डीएनए तक प्रभावित हो सकता है।
-वहीं ज्यादा इस्तेमाल से मानसिक रोगी भी बन सकते हैं।
-इससे दिमाग की कोशिकाओं पर प्रभाव पड़ता है और उससे ब्रेन में ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंच पाता है।
-मोबाइल फोन के अधिकतर इस्तेमाल से डायबिटीज और दिल की बीमारी का खतरा रहता है।
संज्ञान और स्वास्थ्य के लिए इन सभी रुकावटों का क्या मतलब है?
इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि मोबाइल पर आने वाली सूचनाएं उत्पादकता कम करती हैं, एकाग्रता घटाती हैं और काम और स्कूल में ध्यान भटकाने में वृद्धि से जुड़ी हैं। लेकिन क्या कोई सबूत है कि हमारा मस्तिष्क बार-बार किसी काम से हटने वाले ध्यान को फिर से काम पर लगाने में कड़ी मेहनत कर रहा है? लोगों की मस्तिष्क तरंगों के एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग बहुत देर तक मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, वे उन लोगों की तुलना में सूचनाओं को देखने के प्रति अधिक संवेदनशील थे, जिन्होंने कहा कि वे मोबाइल का कम इस्तेमाल करते हैं। निश्चित रूप से इस बात के प्रमाण हैं कि आप अपने फोन का उपयोग अनुत्पादक तरीकों से करने में जितना अधिक समय व्यतीत करते हैं, आप अपनी भलाई पर उतना ही कम ध्यान देते हैं।
व्यवहार में लाएं बदलाव
हम जानते हैं कि अपने फोन को साइलेंट पर स्विच करने से समस्या जादुई रूप से ठीक नहीं होने वाली है, खासकर यदि आप फोन को बार-बार देखते रहने के आदी हैं। ऐसे में आपको अपने व्यवहार में बदलाव की आवश्यकता है, और यह कठिन है। स्थायी परिवर्तन देखने के लिए कई प्रयास किए जा सकते हैं। अगर आपने कभी धूम्रपान छोड़ने, वजन कम करने, या व्यायाम कार्यक्रम शुरू करने की कोशिश की है, तो आप समझ जाएंगे कि इसका क्या मतलब है। सभी गैर-आवश्यक सूचनाओं को बंद करके प्रारंभ करें।
इस तरह बनाएं फोन से दूरी
यदि आप अपने फ़ोन को बार-बार जांचने की संख्या कम करना चाहते हैं, तो यहां कुछ चीज़ें आज़माई जा सकती हैं: अपने फ़ोन को अपने बेडरूम के बजाय किसी दूसरे कमरे में रात भर के लिए चार्ज करें। सूचनाएं आपको सोते रहने से रोक सकती हैं और बार-बार आपको नींद से जगा सकती हैं। फोन को बार बार जांचने की अपनी इच्छा पर लगाम लगाएं और अपने आप से पूछें क्या यह आपको लाभ पहुंचाने वाला है। उदाहरण के लिए, जैसे ही आप अपने फ़ोन तक पहुंचने के लिए मुड़ते हैं, रुकें और अपने आप से पूछें कि क्या यह क्रिया आपका ध्यान बंटाने के अलावा किसी अन्य उद्देश्य की पूर्ति करती है। काम के दौरान फोन को नहीं देखने के समय की अवधि धीरे-धीरे बढ़ाएं। यदि आप फोन को ज्यादा इस्तेमाल करने वाले लोगों में से हैं तो किसी भी कार्य पर अपना ध्यान बनाए रखने की प्रक्रिया को अपनाने में कुछ समय लग सकता है ।
(शेरोन होरवुड, मनोविज्ञान में वरिष्ठ व्याख्याता, डीकिन विश्वविद्यालय) विक्टोरिया