कभी-कभी मिस होते Periods हो सकते हैं गंभीर समस्या का संकेत, जाने कैसे करें बचाव
punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 04:49 PM (IST)

नारी डेस्क: अगर किसी महिला को अनियमित पीरियड्स की समस्या है तो उसे इसे गंभीरता से लेना चाहिए। पीरियड्स कभी बहुत जल्दी आ जाते हैं, जैसे 21 दिनों से कम के चक्र से पहले, तो कभी देरी से आते हैं, जैसे 35 दिनों से ज्यादा के चक्र में। कभी-कभी पीरियड्स मिस भी हो जाते हैं। ये सभी अनियमितता के संकेत हैं और महिलाओं के लिए एक चेतावनी हो सकती है। इसके अलावा, अगर पीरियड्स में बहुत असामान्य फ्लो हो रहा है तो यह भी अंदरूनी समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (PCOD) जैसी बीमारियाँ।
PCOS: एक वर्ल्डवाइड समस्या
PCOS एक ऐसी बीमारी है जो दुनिया भर में 6-13% महिलाओं को प्रभावित करती है और यह हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी सबसे आम बीमारियों में से एक है। इस बीमारी में अंडाशय (ovaries) सामान्य से ज्यादा एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) उत्पन्न करते हैं। इसके कारण एग्स (अंडाणु) रिलीज नहीं हो पाते और पीरियड्स मिस या देरी से आते हैं।
PCOS और PCOD के लक्षण
PCOS और PCOD दोनों की समस्याएं एक जैसी हो सकती हैं, लेकिन इनके बीच कुछ अंतर भी है। जहां PCOS में हार्मोनल असंतुलन ज्यादा होता है, वहीं PCOD में अंडाशय में अधूरे फॉलिकल्स होते हैं। दोनों ही स्थितियों में अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, वजन बढ़ना और गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा, कुछ महिलाओं को चेहरे पर ज्यादा बाल और सिर के बाल झड़ने की समस्या भी हो सकती है, जो ज्यादा एंड्रोजन के कारण होता है।
PCOS और PCOD के अन्य कारण
इसके अलावा, कुछ और मेडिकल कारण भी हो सकते हैं जैसे थायराइड की समस्या, पिट्यूटरी ग्रंथि (pituitary gland) की बीमारी, प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी, ये सभी कारण भी PCOS और PCOD की समस्या का हिस्सा हो सकते हैं।
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पीरियड्स रुकने के अन्य कारण
अनहेल्दी लाइफस्टाइल: अत्यधिक तनाव, वजन में बदलाव, या बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम करना भी पीरियड्स साइकिल को प्रभावित कर सकता है।
दवाइयों का असर: कुछ दवाइयाँ, गर्भनिरोधक गोलियां, और पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) जैसी अंदरूनी सूजन भी पीरियड साइकिल को बिगाड़ सकती हैं।
किन महिलाओं को ज्यादा खतरा है?
वो महिलाएं जो थायराइड की समस्या से जूझ रही हैं, उनमें सबसे पहले पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं। इसलिए, हार्मोन की जांच बहुत जरूरी होती है। अनियमित पीरियड्स अक्सर PCOS या PCOD का शुरुआती संकेत हो सकते हैं, लेकिन इसकी पूरी जांच एक गाइनेकोलॉजिस्ट से करानी चाहिए।
PCOD और PCOS के संकेत
हालांकि, अनियमित पीरियड्स सबसे आम संकेत होते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई और लक्षण हो सकते हैं जो PCOD और PCOS के होते हैं चेहरे पर बालों की अधिकता, बहुत ज्यादा मुंहासे निकलना, सिर के बालों का झड़ना, वजन का बढ़ना, मूड स्विंग्स, गर्दन के पास की त्वचा का रंग काला होना
सही इलाज क्या है?
PCOS और PCOD का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। अगर आप इन लक्षणों का अनुभव कर रही हैं तो सबसे पहले आपको एक अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और कुछ टेस्ट करवाने चाहिए, जैसे अल्ट्रासाउंड (ओवरी की जांच के लिए), ब्लड टेस्ट (हार्मोन और शुगर लेवल के लिए)
निदान के लिए अपनाएं ये तरीके
संतुलित आहार: सही आहार खाएं, जिसमें फल, सब्जियां और पर्याप्त प्रोटीन शामिल हो।
नियमित व्यायाम: रोजाना 30 मिनट का व्यायाम करें, जिससे वजन नियंत्रित रहता है और हार्मोनल असंतुलन को भी सही किया जा सकता है।
तनाव कम करें: तनाव को कम करने के लिए योग, प्राणायाम या गहरी सांसों की एक्सरसाइज करें।
अच्छी नींद लें: हर रात कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लें, जिससे शरीर को सही तरीके से आराम मिल सके।
PCOS और PCOD दोनों ही समस्याएं महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य से जुड़ी हैं और इनसे पीरियड्स साइकिल पर गहरा असर पड़ता है। हालांकि इनका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन सही समय पर उपचार और जीवनशैली में सुधार से इन समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।