Breast Milk में भी पहुंच चुका है प्लास्टिक, नवजात की मां को इन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत

punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2023 - 03:20 PM (IST)

कहते हैं कि बच्चे के लिए मां के दूध से बेहतर और कुछ भी नहीं है। इससे उनकी सेहत बेहतर होती है और बीमारियों से लड़ने की ताकत भी मिलती है। लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च में बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल इस स्टडी में पाया गया है कि मानव के दूध में प्लास्टिक के माइक्रो कण पाए जाते हैं। यानी माइक्रोफ्लास्टिक मां के दूध के माध्यम से बच्चों के शरीर में जा रही है। ये एक बहुत ही गंभीर समस्या है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चों की हेल्थ के लिहाज से यह बहुत चिंता वाली बात है। पॉलीमार जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के हिसाब से मानव दीध में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले हैं जो पॉलीइथीलिन, पीवीसी और पॉलीप्रोपाइलिन जैसे खतरनाक रसायनों से बने होते हैं।


34 माताओं के लिए गए सैंपल

बताया जा रहा है कि इटली के रोम में एक 1 हफ्ते पहले बच्चे पैदा करने वाली वाली लगभग 34 स्वस्थ माताओं के दूध का सैंपल लिया गया, जिनके 75 प्रतिशत दूध में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले हैं।

मां के दूध तक कैसे पहुंचा प्लास्टिक, इस बात का नहीं है जवाब

प्लास्टिक के कण मां के दूध तक कैसे पहुंचे, ये जानने के लिए शोधकर्ताओं ने प्लास्टिक पैकेजिंग वाली खाने-पीने की वस्तुओं पर भी अध्ययन किया। हालांकि वे दोनों के बीच कोई लिंक नहीं मिला है। इससे ये ही माना गया है कि प्लास्टिक के सूक्षम कण पर्यावरण में हर जगह मौजूद हैं, जो खान-पान, पानी और हवा के जरिए मानव शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। ये कण कैंसर का भी रूप ले सकते हैं।

माताएं करें प्लास्टिक वाली वस्तुओं से परहेज

एक्सपर्ट्स का कहना है महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान प्लास्टिक पैकेजिंग वाली वस्तुएं खाने से परहेज करना चाहिए। साथ ही बढ़ते प्रदूषण से बचने के लिए घर से बाहर मास्क लगा कर निकले। स्टडी करने वाली एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लास्टिक के छोटे कण अधिक खतरनाक होते हैं। इसलिए होने वाली मां को जरूरत है अपनी ज्यादा देखरेख करने की।
 

Content Editor

Charanjeet Kaur