प्रैग्नेंसी में बहुत जरूरी है 10 मिनट का यह काम, बीमारियां रहेंगी कोसों दूर

punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2019 - 03:24 PM (IST)

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस, हाई बीपी, कब्ज, खून की कमी, चक्कर आना और नींद ना आना जैसी कई समस्याएं झेलनी पड़ती है। वहीं की बार इस दौरान महिलाएं तनाव का शिकार भी हो जाती है। बच्चे को हैल्दी रखने के लिए जरूरी है कि महिला प्रैग्नेंसी पीरियड में स्ट्रेस फ्री रहें। ऐसे में तनाव को दूर करने के लिए आप हैल्दी डाइट के साथ मेडिटेशन का सहारा ले सकती हैं। यह न सिर्फ आपको तनावमुक्त रखेगा बल्कि इससे इस दौरान होने वाली अन्य परेशानियां भी दूर हो जाएगी।

 

मेडिटेशन करने का समय

गर्भवती महिलाएं मेडिटेशन सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों समय कर सकती हैं। मगर इस बात का ध्यान रखें कि आप जहां भी यह मेडिटेशन करें वहां का वातावरण शांत हो।

मेडिटेशन करने का तरीका

ध्यान लगाने के लिए एकांत और आरामदायक स्थान पर बैठें। वैसे तो इसे खड़े होकर भी कर सकते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं को मेडिटेशन बैठकर ही करना चाहिए। आप चाहे तो इसे कुर्सी पर बैठकर भी कर सकती हैं। ध्यान की मुद्रा में बैठकर आप 10 बार गहरी और लंबी सांस भरें और छोड़ें।

मेडिटेशन के फायदे
तनाव को करता है कम

कई बार प्रैग्नेंसी के दौरान महिलाएं तनाव का शिकार हो जाती है। हालांकि ऐसा उनके शरीर में होने वाले हॉर्मोनल बदलाव के कारण होता है। ऐसे में रोजाना यह आसान करने से तनाव, गुस्सा और अवसाद दूर होता है। इसके अलावा इसके नियमित अभ्यास से मन और मस्तिष्क को शांति मिलती हैं।

प्रसव में नहीं होती परेशानी

इस दौरान नियमित रूप से मेडिटेशन करने से प्रसव के दौरान होने वाला दर्द कम होता है। साथ ही इससे शरीर में को एनर्जी भी मिलती है।

इम्यून सिस्टम

कमजोर इम्यून सिस्टम गर्भवती महिलाओं के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। ऐसे में हर प्रेग्नेंट महिला को मेडिटेशन करना चाहिए। इससे इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है, जिससे आप मॉर्निंग सिकनेस जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से बची रहती हैं।

प्री मैच्योर डिलीवरी

कई बार प्रैग्नेंसी में कॉम्पलिकेशन होने के कारण बच्चे का जन्म समय से पहले ही हो जाता है लेकिन रोजाना मेडिटेशन करने से प्री मैच्योर डिलीवरी की संभावना भी कम हो जाती है।

हाइपरटेंशन की समस्या

अगर आपको हाइपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रैशर की शिकायत है तो मेडिटेशन आपके लिए फायदेमंद है क्योंकि यह ब्लड प्रैशर को कंट्रोल करता है।

माइग्रेन या सिरदर्द

जिन गर्भवती महिलाओं को माइग्रेन की समस्या हो उन्हें यह आसन जरूर करना चाहिए। साथ ही इससे मामूली सिरदर्द की शिकायत भी दूर रहती है।

सकारात्मक सोच

रोजाना मेडिटेशन करने से गर्भवती महिलाओं की सोच सकारात्मक बनती है। साथ ही इससे बच्चा स्वस्थ और तेज दिमाग वाला होता है।

Content Writer

Anjali Rajput