सूर्य ग्रहण के साए में शुरू होगी नवरात्रि, माता रानी की चौकी सजाने से पहले जरूर करें ये काम
punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 02:01 PM (IST)

नारी डेस्क: 2025 का शारदीय नवरात्रि एक खास खगोलीय संयोग के साथ आने वाला है। इस बार नवरात्रि शुरू होने से ठीक पहले सूर्य ग्रहण लगेगा। ज्योतिष और धर्मशास्त्र के अनुसार ग्रहण का समय अशुभ माना जाता है, लेकिन जब इसके तुरंत बाद देवी आराधना का पर्व हो, तो यह संकेत बदल भी सकता है। अंधकार (ग्रहण) के बाद प्रकाश (नवरात्रि) आता है – यही इस संयोग का असली संदेश है।

सूर्य ग्रहण का समय
मां दुर्गा की उपासना का पावन पर्व इस साल 22 सितंबर 2025 से शुरू हो रहा है। साल के आखिरी ग्रहण की शुरुआत 21 सितंबर 2025 की रात 11 बजे से होगी और समाप्ति 22 सितंबर 2025 की सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर होगी। . यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापन का शुभ मुहूर्त प्रात: 6 बजे से लेकर 8 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:49 से लेकर दोपहर 12:38 मिनट तक है। कलश स्थापन के दिन हस्त नक्षत्र के साथ ब्रह्म योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण होगा।
सूर्य ग्रहण और नवरात्रि का संयोग
ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। ग्रहण समाप्त होते ही शुद्धिकरण और पूजा-पाठ करना अनिवार्य बताया गया है। इस बार ग्रहण के बाद नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जिसे कई विद्वान “शक्ति के जागरण का संकेत” मान रहे हैं। ग्रहण अंधकार का प्रतीक है और नवरात्रि देवी शक्ति का उत्सव। अंधकार के बाद जब ज्योति का पर्व आता है, तो यह ऊर्जा और विजय का प्रतीक बन जाता है।

माता रानी की चौकी लगाने से पहले ज़रूर करें ये काम
ग्रहण समाप्ति पर स्नान: ग्रहण खत्म होते ही घर के सभी सदस्य स्नान करें।
घर की शुद्धिं: गंगाजल का छिड़काव करें या हवन-धूप से वातावरण को पवित्र बनाएं।
देवी स्थान की सफाई: जहां चौकी रखनी है, वहां पूरी तरह सफाई और पवित्रता बनाए रखें।
अक्षत, कलश और नारियल तैयार करें: चौकी लगाने से पहले पूजा सामग्री को शुद्ध कर लें।
संकल्प और मंत्र जाप: चौकी लगाने से पहले माता को संकल्पित करें और दीपक प्रज्वलित कर मंत्रोच्चार करें।