जज्बा! स्पेन की मारिया ने संस्कृत विश्वविद्यालय में किया टॉप, कभी करती थी एयर होस्टेस की जॉब
punjabkesari.in Wednesday, Mar 03, 2021 - 06:34 PM (IST)
आज भारतीय संस्कृति लुप्त होती जा रही है। पहले के समय में बच्चों को स्कूल में संस्कृत पढ़ना जरूरी होता था लेकिन अब तो बच्चों को इतने ऑप्शन दे दिए गए हैं कि वह भारत की भाषा को नहीं बल्कि अंग्रेजी, स्पेन और फ्रेंच सीखने की शौकीन हैं। लेकिन हाल ही में स्पेन की मारिया का नाम सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बात ही कुछ ऐसी है कि आप भी सुनेंगे तो बिना तारीफ किए नहीं रह पाएंगे।
स्पेन की मारिया को मिला गोल्ड मेडल
दरअसल स्पेन की मारिया हिंदी, इंग्लिश, जर्मन, स्पेनिश तो बोलना जानती ही हैं लेकिन इसके साथ-साथ वह संस्कृत भी इतने अच्छे से बोलती है कि उन्होंने भारतीय छात्रों को पीछे पछाड़ कर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक जीता है।
संस्कृत पढ़ने के लिए छोड़ दी नौकरी
कहते हैं अगर आपके मन में कुछ करने की लग्न हो तो आप वो जरूर पा लेते हैं और इसके आगे आपकी उम्र, रंग या फिर जगह कुछ भी मायने नहीं रखती है। खबरों की मानें तो मारिया इससे पहले एयर होस्टेस का काम करती थी लेकिन संस्कृत सीखने के लिए और उसे और जानने के लिए उनके मन में हमेशा ही उत्सुकता रहती थी और ऐसे में उन्होंने एयर होस्टेस की नौकरी ही छोड़ दी। मारिया ने पहले गुरूकुल ट्रस्ट में रहकर संस्कृत की जानकारी प्राप्त की और फिर इसके बाद विश्वविद्यालय में दाखिला लिया।
समाज तक पहुंचाएंगी यह शिक्षा
मारिया का अब एक ही सपना है कि अब वह इस भाषा को बाकी लोगों तक पहुंचाना चागती हैं और एक शिक्षक बनकर वह यह काम करेंगी। मारिया की मानें तो उन्होंने काशी आकर ही संस्कृत को जाना है और वह काशी को बहुत प्यार करती हैं। उन्हें काशी बहुत पसंद हैं। हालांकि उनके सारे परिवार वाले स्पेन रहते हैं। बता दें कि मारिया को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोल्ड मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी की तारीफ
मारिया को गोल्ड मेडल देते हुए राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने भी मारिया की तारीफ की और कहा कि यह मेडल किसी एक भाषा और किसी एक विषय को नहीं मिला है बल्कि यह मेडल इस बात को दर्शाता है कि हमारी भारतीय संस्कृति कितनी आगे बढ़ रही है।
संस्कृत एक ऐसी भाषा जिसमें विश्व का ज्ञान: मारिया
मारिया की मानें तो संस्कृत वो भाषा है जिसमें पूरे विश्व का ज्ञान समाया हुआ है। यही कारण है कि वह स्पेन से संस्कृत की शिक्षा के लिए काशी के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्ववविद्यालय में आईं हैं और इसलिए उन्होंने यहां प्रवेश लिया है। इतना ही नहीं मारिया को गुरुओं के आशीर्वाद से आचार्य की उपाधि मिली है। मारिया की मानें तो अब वह स्पेन में भी संस्कृत भाषा का प्रचार करेंगी।